'चुनाव आयोग और BJP के बीच पार्टनरशिप', राहुल गांधी का सनसनीखेज आरोप, बिहार में चुनाव चोरी को लेकर बड़ी चेतावनी

वोटर अधिकार यात्रा को लेकर अररिया में राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाया. इस दौरान उन्होंने चुनाव आयोग और बीजेपी के बीच पार्टनरशिप होने की बातें कहीं.

Rahul Gandhi voter adhikar yatra
Rahul Gandhi voter adhikar yatra- फोटो : news4nation

Rahul Gandhi : कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि 'वोटर अधिकार यात्रा' बहुत सफल रही है। इस यात्रा में बिहार की जनता आगे बढ़कर हिस्सा ले रही है। बिहार में 'वोट चोरी' की बात करोड़ों लोग मानते हैं, इसलिए हमसे जुड़ रहे हैं। चुनाव आयोग का काम सही वोटर लिस्ट देना है, लेकिन इन्होंने ये काम महाराष्ट्र, हरियाणा और कर्नाटक में नहीं किया। हमारा पूरा ध्यान चुनाव आयोग के इस रवैये को बदलने पर है। हम इस काम को छोड़ेंगे नहीं। आप कुछ भी कर लें, हम बिहार में चुनाव चोरी नहीं होने देंगे।


उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की पोजिशन सभी को साफ-साफ दिख रही है। मैंने कर्नाटक के महादेवापुरा से जुड़ा डेटा रखा और चुनाव आयोग से पूछा कि 1 लाख फर्जी वोटर कहां से आए? चुनाव आयोग का जवाब अभी तक नहीं आया। मेरी प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच में ही चुनाव आयोग ने मुझसे एफिडेविट मांगा। ⁠कुछ दिन बाद BJP के अनुराग ठाकुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, लेकिन चुनाव आयोग ने उनसे एफिडेविट नहीं मांगा। मैंने फर्जी वोटर की बात की, अनुराग ठाकुर ने भी वही बात दोहराई, लेकिन चुनाव आयोग का उनसे एफिडेविट न मांगना दिखाता है कि चुनाव आयोग न्यूट्रल नहीं है। SIR संस्थागत वोट चोरी करने का तरीका है। बिहार में 65 लाख लोगों के नाम काटे गए, लेकिन BJP एक शिकायत नहीं कर रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि चुनाव आयोग, चुनाव आयुक्त और BJP के बीच पार्टनरशिप है।


उन्होंने कहा कि बिहार में गठबंधन की सभी पार्टियां मिलकर काम कर रही हैं। हम एक ही विचारधारा के लिए लड़ रहे हैं। हमारा लक्ष्य साफ है- 'वोट चोरी' को रोकना है। BJP को SIR से कोई शिकायत क्यों नहीं है? क्या उनके वोटरों के नाम नहीं काटे गए? यात्रा में अब तक हज़ारों ऐसे लोगों से मिला हूं जिनके नाम SIR में वोटर लिस्ट से हटा दिए गए - ज़्यादातर ग़रीब, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक, किसान और मज़दूर। बिल्कुल साफ है - EC और BJP मिलकर विपक्ष के वोट मिटा रहे हैं।