BHAGALPUR एक तरफ कोसी और गंडक में नेपाल से छोड़े गए पानी के कारण उत्तर बिहार के कई जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। जिसमें भागलपुर जिला भी शामिल है। जहां पिछले दिनों गंगा और कोसी में आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। अब भागलपुर के विधायकअजीत शर्मा नेबाढ़ से हुई क्षति को लेकर गहरी चिन्ता व्यक्त करते हुए बिहार के माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर बाढ़ और कटाव से हुई क्षति का आकलन कराते हुए मुआवजा भुगतान एवं विस्थापितों के पुर्नवास की तत्काल व्यवस्था हेतु अनुरोध किया है।
विधायक अजित शर्मा ने पत्र में लिखा है कि गंगा और कोसी में आई भीषण बाढ़ की वजह से भागलपुर जिले के कई प्रखण्ड बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जिसकी वजह से सैकड़ों परिवारों को गंगा के कटाव एवं बाढ़ की वजह से विस्थापित होना पड़ा है। भागलपुर जिला का गोपालपुर, बिहपुर, खरीक, ईस्माईलपुर, रंगरा, नवगछिया, सबौर, कहलगाँव एवं पीरपैती प्रखण्ड सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है। जहाँ किसानों की हजारों एकड़ जमीन में लगी खड़ी फसल को भारी नुकसान हुआ है, सैकड़ों मकान क्षतिग्रस्त हो गये है।
गांव के 45 घर गंगा में विलीन
सबौर प्रखण्ड के मसाढू गाँव में सैकड़ों एकड़ किसानों की जमीन एवं तकरीबन 45 घर गंगा के कटाव से नदी में विलीन हो चुका है, लेकिन प्रशासन द्वारा सामुदायिक रसोई के अलावा कोई राहत प्रदान नही किया गया है, दर्जनों सम्पर्क पथ बाढ़ से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके है, जिसकी वजह से दर्जनों गाँवों का अनुमण्डल एवं जिला मुख्यालय से सम्पर्क भंग हो गया है।
इस बाढ़ से जिले की तकरीबन पाँच लाख की आबादी बुरी तरह प्रभावित हुई है। गंगा में हो रहे कटाव से सैकड़ों पीड़ित परिवार खुले आसमान के नीचे जीवन बसर करने हेतु विवश है। जल संसाधन विभाग का बाढ़ नियंत्रण विभाग अपने कार्यों में पूरी तरह असफल रहा है, जिसकी वजह से लोगों को ऐसी भयंकर परेशानियों से जूझना पड़ा है।
रिपोर्ट - बालमुकुंद कुमार