NEW DELHI : बिहार में इस साल कोसी नदी भयंकर रूप में नजर आ रही है। जिसके कारण उत्तर बिहार के 12 से ज्यादा जिले प्रभावित हैं। बाढ़ के कारण लाखों लोग और हजारों माल मवेशी विस्थापित हो गए है। ऐसे में फिर से कोसी पर डैम बनाने की चर्चा शुरू हो गई है। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने कहा है कोसी की बाढ़ से लोगों को मुक्ति बनाने के लिए नए डैम का निर्माण किया जाएगा।
दरअसल बिहार में गंगा, कोसी, गंडक सहित आधा दर्जन नदियों में बाढ़ के कारण हालत बेहद खराब है। जिसे देखते हुए बिहार के डिप्टी सीएम ने आज केंद्रीय जलशक्ति मंत्री से मुलाकात कर बिहार की समस्या को दूर करने को लेकर कई योजनाओं पर चर्चा की और अपना मांग पत्र सौंपा।
चौधरी ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि कोसी की बाढ़ से लोगों की रक्षा के लिए नेपाली क्षेत्र में जो बांध 1962 में बना और चालू हुआ था, तब इसकी आयु मात्र 25 वर्ष बतायी गई थी। इसलिए भी नए बराज की जरूरत है और वह भी भारतीय सीमा के भीतर। वहीं केंद्रीय मंत्री ने भी भरोसा जताया कि कोसी पर नए डैम के निर्माण के लिए जल्द ही डीपीआर तैयार किया जाएगा।
बता दें कि वर्ष 1962 में कमीशन प्राप्त इस बांध की आयु आज 62 वर्ष पूर्ण हो चुकी है तथा इसमें गाद के निक्षेपण के कारण इसका जल स्तर बढ़ जाता है तथा बांध के टूटने का खतरा भी बना रहता है। अब तक कुल 7 बार यह बाँध टूट चुकी है, जिससे लाखों लोगों को विस्थापन तथा जल प्लावन का सामना करना पड़ा है।
इस वर्ष 2024 में नेपाल द्वारा भारी मात्रा में इस बांध के माध्यम से पानी छोड़े जाने के कारण पानी का जलस्तर काफी बढ़ गया है तथा पानी का बहाव अधिकतम क्षमता तक हो जाने के कारण बिहार के कई भागों में आसन्न बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। बिहार के निवासियों के बीच हाहाकार की स्थिति बनी हुई है। लोगों के समक्ष अपने जानमाल, मवेशी, मकान एवं संपत्ति के नाश का भय हो गया है। ।
REPORT - RITIK KUMAR