Bihar weather: बिहार में मॉनसून गति कमजोर पड़ गई है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार उत्तर-पूर्वी अरब सागर से उत्तर-पश्चिम बिहार तक बने मानसून ट्रफ के कमजोर होने के कारण अगले तीन-चार दिनों तक राज्य में बारिश की संभावना बहुत कम है. मौसम विभाग के अनुसार पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सारण और सिवान में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. साथ ही कुछ स्थानों पर वज्रपात की भी आशंका है.
नेपाल में भारी बारिश की वजह से बिहार में भीषण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. जिसके कारण बिहार के कई जिले भी बाढ़ के चपेट में आ गए हैं. वहीं राजधानी पटना भी इससे अछूता नहीं है. कई दिनों से हो रही बारिश से जहां पूरा इलाका जलमग्न हो गया है.
पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज और कटिहार में भारी बारिश होगी. कोसी, कमला, गंडक और बागमती का चरित्र है कि पानी कम होता है तो कटाव तेज हो गया है . कई गांव बाढ़ की चपेट में है,कोसी में 56 वर्षों के बाद तो गंडक में 22 वर्षों के बाद इतना पानी आया.
20 जिला के लोगों को बाढ़ को लेकर सतर्क कर दिया गया है. सरकार ने प्रशासन को सभी निवारक उपाय करने और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है. इसके अलावा, अगले 24 घंटों में अत्यधिक बारिश के साथ-साथ तेज हवाएँ चलने की भी संभावना जताई गई है.
भारी बारिश के चलते जनजीवन पर असर पड़ा है. स्कूल-कॉलेज पर भी इसका प्रभाव पड़ा है. नदियां उफान पर हैं. लोगों के घरों में पानी घुस गया है. लोग किसी तरह जीवनयापन कर रहे हैं. वहीं कोसी का रौद्र रूप बिहार में जल प्रलय मचा रही है. नेपाल में हुई भारी बारिश ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं जिसका परिणाम है कि बिहार में कोसी नदी उफना गई है. .