Jammu and Kashmir Exit Poll: इंडिया टुडे-सी वोटर एग्जिट पोल के अनुसार, भाजपा जम्मू क्षेत्र में सत्ता विरोधी लहर के बावजूद अपना प्रभुत्व बनाए रखने में सफल हो सकती है। भाजपा को 41.3% वोट शेयर के साथ 27-31 सीटें मिलने की उम्मीद है, जबकि कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन को 11-15 सीटें मिल सकती हैं। यह परिणाम कांग्रेस के लिए निराशाजनक है, जो भाजपा के खिलाफ इस क्षेत्र में अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने की कोशिश कर रही थी।
विशेषज्ञों के अनुसार, भाजपा के इस प्रदर्शन का मुख्य कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोकप्रिय प्रभाव और पार्टी का जोरदार चुनावी अभियान है, जिसमें पीएम मोदी, अमित शाह और योगी आदित्यनाथ जैसे नेताओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके विपरीत कांग्रेस का प्रचार अभियान कमजोर और धीमा माना जा रहा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी द्वारा जम्मू में चुनाव प्रचार में कम समय बिताना भी पार्टी के खराब प्रदर्शन का एक कारण हो सकता है।
कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस को जीत का भरोसा
हालांकि, कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन को जम्मू-कश्मीर में बहुमत की संभावना जताई गई है, जो गठबंधन के लिए एक संतोषजनक स्थिति हो सकती है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा की 90 सीटों के लिए 3 फेज में चुनाव हुए थे। इस दौरान 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को मतदान हुआ था। जम्मू-कश्मीर के फाइनल नतीजों के लिए 8 अक्टूबर तक रुकना होगा, जहां सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू होगी। इसमें सबसे पहले पोस्टल बैलट की गिनती शुरू होगी। इसका इस्तेमाल दिव्यांग, सुरक्षा बल और कुछ सरकारी अधिकारियों सहित जरूरी सेवाओं में शामिल लोगों जैसे चुनिंदा समूह ही कर सकते हैं। जम्मू कश्मीर के लिए विधानसभा चुनाव काफी अहम माने जा रहे हैं। ये साल 2019 में आर्टिकल 370 और 35A के हटने के बाद पहली बार चुनाव हुए हैं।