Health News: भारत दुनिया का कैंसर कैपिटल बन गया है. WHO दिवस के मौके पर पेश हुई ताजा रिपोर्ट में भारत को दुनिया का कैंसर कैपिटल कहा गया है. वहीं प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में होने वाला एक सामान्य कैंसर है, जो प्रोस्टेट ग्रंथि में विकसित होता है यह ग्रंथि पुरुष प्रजनन प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह शुक्राणुओं के लिए तरल पदार्थ का उत्पादन करती है. भारत में, हाल के वर्षों में प्रोस्टेट कैंसर के मामलों में वृद्धि देखी गई है, विशेष रूप से उन पुरुषों में जो 50 वर्ष से कम उम्र के हैं.
आईजीआईएमएस के यूरोलॉजी विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ रोहित उपाध्याय के अनुसार यदि किसी व्यक्ति को पेशाब करते समय दर्द या जलन महसूस होती है या पेशाब करने की इच्छा बार-बार होती है. पेशाब या वीर्य में रक्त आना एक गंभीर संकेत हो सकता है.
डॉ रोहित उपाध्याय के अनुसार अचानक कमजोरी या थकान महसूस करना भी एक चेतावनी संकेत हो सकता है.पेल्विक क्षेत्र या रीढ़ की हड्डी में लगातार दर्द होना.कि इरेक्टाइल डिसफंक्शन आदि लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
भारत में प्रोस्टेट कैंसर की दर बढ़ रही है. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद द्वारा किए गए अध्ययन बताते हैं कि 2018 से 2020 तक प्रोस्टेट कैंसर के मामलों की संख्या लगभग 20 फीसदी बढ़ी है. यह वृद्धि जीवनशैली, आहार और आनुवंशिकी जैसे कारकों से संबंधित हो सकती है.
आईजीआईएमएस के यूरोलॉजी विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ रोहित उपाध्याय के अनुसार 50 वर्ष से कम आयु वाले पुरुषों को नियमित स्वास्थ्य जांच करानी चाहिए, खासकर यदि उनके परिवार में इस बीमारी का इतिहास हो.डॉ उपाध्याय के अनुसार प्रारंभिक पहचान और उपचार से रोग की प्रगति को रोका जा सकता है और पूर्णत ठीक किया जा सकता है.