हार्ट हमारे शरीर के सबसे अहम अंगों में से एक है। इसके बिना जीना या इसके एक स्ट्रोक से जिंदगी तबाह हो जाती है। हालांकि बदलती लाइफस्टाइल और खानपान की गलत आदतें अक्सर हमारे दिल को बीमार बनाने लगती है। इससे हम भी बीमार होने लगते हैं। दिल से जुड़ी एक गंभीर है जिसका नाम हृदय अतालता है, ये हार्ट फेल और स्ट्रोक का कारण बन सकती है। इससे बचने के लिए कुछ उपाय हैं।
हार्ट को बीट कराने वाले इलेक्ट्रिक सिग्नल जब सही से काम नहीं कर पाते हैं, जिससे हार्टबीट अनियमित हो जाती है, तो ये हार्ट एरिथमिया कहलाती है। ऐसे में दिल या तो जोरों से धड़कने लगता है या फिर बहुत धीमी गति से धड़कता है। इससे हार्ट फेल या स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। इसके कुछ लक्षण हैं, जैसे अनियमित हार्टबीट, दिल जोरों से धड़कना, सिर भारी होना, सांस फूलना, सीने में दर्द, अत्यधिक थकान।
वहीं, इसके खतरे को कम करने में ओमेगा थ्री काम करता है। हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ रिसर्च की एक स्टडी के अनुसार जिन लोगों के ब्लड में ओमेगा थ्री फैटी एसिड की मात्रा कम होती है, उन लोगों की तुलना में जिनके ब्लड में ओमेगा थ्री फैटी एसिड की मात्रा अधिक होती है, उन लोगों में हार्ट एरिथमिया का खतरा कम होता है।
ओमेगा थ्री शरीर के लिए जरूरी फैटी एसिड्स में से एक है। लेकिन ये इसे खुद नहीं बना पाता है। ओमेगा 3 की आपूर्ति के लिए पूरी तरह हमारी डाइट पर निर्भर रहता है। ये शरीर के हर सेल के बाहरी परत जिसे सेल मेंब्रेन कहते हैं, उसमें मौजूद होता है। ये ब्रेन के साथ बच्चे के रेटिना के विकास में भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
इन डायट को करें शामिल
अगर आप अपने डायट में अंडे, नट्स, सोयाबीन, अखरोट, फ्लैक्स सीड्स, चिया सीड्स जैसे न्यूट्रिएंट फूड्स शामिल करते हैं तो ये आपके लिए फायदेमंद होगा। क्योंकि इसमें ओमेगा थ्री की मात्रा रहती है। ओमेगा थ्री ब्लड प्रेशर कम करने में मदद करता है जिससे हार्ट हेल्दी बना रहता है।