हर इंसान में कुछ अच्छाई और बुराई दोनों होती है। इसके कारण किसी का किसी से बनता है तो किसी का किसी अन्य से खराब होता है। नेचर के कारण और बात करने के कारण लोगों से बनता और बिगड़ता है। हर इंसान में कोई न कोई ऐसी आदत तो जरूर होती है, जो उसकी तरक्की में बाधा पैदा कर सकती है या उसकी सफलता की राह में अनगिनत रोड़े अटका सकती है। अगर समय रहते इन खराब आदतों पर ध्यान नहीं दिया जाएगा, तो न केवल तरक्की में बल्कि आपकी प्रबंधन क्षमता पर भी बेहद खराब असर पड़ने की संभावना बनी रहती है।
जीवन में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं, तो उसके लिए बहुत जरूरी है कि आप अपनी कमियों को अच्छी तरह जानें और उन्हें समय रहते सुधारने का प्रयास करते रहें। ऐसा करने से ही आप सफलता की राह पर आगे बढ़ सकेंगे। अपनी सफलता की राह आसान बनाने के लिए इन बातों को ध्यान में रखें।
असफलता का डर मन से पूरी तरह हटाएं। असफलता का डर मन में है, तो किसी भी काम में जोखिम लेने से डरेंगे। फिर अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाएंगे। इस वजह से आप नकारात्मक सोच विकसित कर लेंगे और आत्मविश्वास की कमी महसूस करने लगेंगे। असफलता से डरें नहीं, इसे सफलता तक पहुंचने की सीढ़ी बना लें।
जिम्मेदारी लें, दूसरों पर आरोप न लगाएं। आरोप लगाने वाले हमेशा नकारात्मक बातों पर फोकस करते हैं। वो खुद को शिकार मानते हैं और अपनी गलती के लिए दूसरों को जिम्मेदार बताते हैं। अपनी असफलताओं से सीखें। खुद से सवाल करें कि वर्तमान परिस्थिति में आप अपने प्रभाव से, नियंत्रण से क्या कर सकते हैं।
लड़ाई-झगड़ा करने से हमेशा बचें। समस्या सामने आने पर सीधे तौर पर बिना लड़ाई के व्यक्तिगत तरीके से प्रतिक्रिया देना सीखें। लोगों से सलाह ले सकते हैं कि जिन समस्याओं का आप सामना कर रहे हैं उन्हें बेहतर तरीके से कैसे सुलझाएं। नर्वस हो रहे हैं तो एक्शन प्लान लिखने से एक अच्छी शुरुआत कर सकते हैं।
जल्दबाजी में कभी कोई अहम फैसला न लें। परिस्थिति कैसी भी हो, आवेग में आकर भावनात्मक रूप से कोई फैसला न लें। अपनी पिछली असफलताओं को ध्यान में रखें और सोचें कि जल्दबाजी में क्या खोया था। खुद से सवाल करें कि वो क्या चीज है जो फेल हो सकती है। परिणाम का अनुमान लगाने की कोशिश करें।
टीम को मजबूत बनाने की कोशिश करें। जो कर्मचारी तेज स्वभाव वाले लीडर के लिए काम करते हैं, वो पहल करना छोड़ देते हैं, फीडबैक देना बंद कर देते हैं। कई बार काम छोड़ देते हैं। टीम के साथ अपने लक्ष्य शेयर करें और समय-समय पर सलाह भी दें। इस दौरान अपनी टीम को सशक्त बनाने की कोशिश करते रहें।