आज के इस भाग दौड़ वाली जिंदगी में हर कोई कुछ पल सुकून के चाहता है। इसके लिए चाहे उसे जो भी करना पड़े, वो हर चीज करने के लिए तैयार हो जाता है। वहीं, माना जाता है कि पति पत्नी एक दूसरे का सहारा होते हैं। ऐसे में अब दाम्पत्य जीवन ही खुशियों से भरा नहीं रहेगा, तो फिर जिंदगी किसके नाम की होगी। अब अगर आपको अपनी मैरिड लाइफ को जीना है उसे अच्छा करना है तो उसके लिए कुछ वास्तु शास्त्र के नियमों को फॉलो करना होगा।
हिन्दू धर्म में वास्तु शास्त्र का अत्यधिक महत्व बताया गया है। अगर घर में वास्तु दोष होता है तो व्यक्ति को जीवन में कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इनमें मानसिक तनाव से लेकर वैवाहिक जीवन या दांपत्य जीवन में समस्या, घर के सदस्यों को बार-बार या लगातार बीमारी होना, आपके कारोबार में अड़चन आना या तरक्की में बाधा आदि शामिल होती हैं। अब घर में कुछ चीजें ऐसे और इन दिशाओं में रखनी चाहिए जिससे आपके घरों की शांति बरकरार रहे।
यदि आपके घर का मंदिर सही दिशा में नहीं है तो इससे भी वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है। ऐसे में आप इसे पूर्व, उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में रखें। यदि आपका मंदिर पहले से ही सही दिशा में रखा हुआ है इसमें एक बांसुरी रख दें।
कई बार लोग शीशे को किसी भी दिशा में लगा देते हैं, तो यह सही नहीं है। इसे पूर्व या उत्तर दिशा की दीवार पर लगाना चाहिए। आप अपने घर में शीशा इस दिशा में ही लगाएं और इसके पिछले सिरे में कपूर जलाकर उससे बने काजल का टीका लगा दें, जिससे नकारात्मता खत्म होगी।
सुखी दांपत्य जीवन के लिए बेडरूम के बेड को उत्तर, पश्चिम या फिर उत्तर-पश्चिम दिशा में रखना शुभ माना जाता है। यदि आपका बेड पहले से इसी दिशा में है तो फिर एक लाल कपड़ा लें और इसमें एक हल्दी की गांठ कलावे से बांधकर छुपाकर रखें। अब इसे बेड में रख दें। ऐसा करने से भी वास्तु दोष दूर होगा।