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अब CM नीतीश भी हो गए शांतः 16 दिनों बाद भी रूपेश मर्डर केस में पुलिस के हाथ खाली, कहां गए हत्यारे और साजिशकर्ता...जवाब है ?

अब CM नीतीश भी हो गए शांतः 16 दिनों बाद भी रूपेश मर्डर केस में पुलिस के हाथ खाली, कहां गए हत्यारे और साजिशकर्ता...जवाब है ?

PATNA: पटना में हाईप्रोफाईल रूपेश मर्डर केस में रिजल्ट क्या आया? इसका जवाब किसी अधिकारी के पास नहीं है। जिस केस की निगरानी खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कर रहे हों उस मामले का ये हाल है। एक पखवाड़ा बीत गए लेकिन पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं। अब तो मुख्यमंत्री भी शायद इस मामले को भूल गए हैं। लिहाजा पुलिस वाले भी अब ढ़ीले पड़ गए। इस तरह समय बीतने के साथ ही रूपेश हत्याकांड केस के खुलासे की संभावना खत्म होते जा रही है।  

अब सीएम नीतीश भी हो गए चुप

आप इसे आश्चर्यजनक नहीं तो और क्या कहेंगे? 12 जनवरी से 28 जनवरी आ गया लेकिन सुशासन की पुलिस अब तक हवा में ही तीर चला रही है।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 13 जनवरी और 19 जनवरी को रूपेश हत्याकांड में डीजीपी को सख्त निर्देश दे चुके हैं फिर भी सुशासन की पुलिस एक कदम भी आगे नहीं बढ़ी। मतलब साफ है कि समय बीतने के साथ ही पुलिस मामले को भूलाने में जुटी है। 19 जनवरी के बाद सीएम नीतीश ने इस केस के बारे में न तो कोई अपडेट लिया और न ही डीजीपी को कोई निर्देश दिया। अगर ऐसा होता तो मुख्यमंत्री की तरफ से बयानजारी होता।क्यों कि अब तक 2 दफे सीएम इस केस के बारे में ऑफिशियल बयान जारी कर चुके हैं। जानकार बताते हैं कि समय के साथ इस हाई प्रोफाईल केस को भी भूला दिया जाएगा। 

घटना के अगले दिन 13 जनवरी को सीएम नीतीश ने क्या कहा था ....

 12 जनवरी की घटना के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 13 जनवरी को संज्ञान लिया था और खुद डीजीपी से बात की थी। उन्होंने इंडिगो के स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की हत्या से संबंधित अद्यतन जानकारी ली थी. डीजीपी ने मुख्यमंत्री को बताया था कि इस हत्याकांड के उद्भेदन के लिए एसआईटी गठित कर त्वरित कार्रवाई की जा रही है. मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक को सख्त निर्देश देते हुए कहा था कि इस हत्याकांड के अपराधियों की अविलंब गिरफ्तारी करें और स्पीडी ट्रायल कराकर दोषियों को जल्द से जल्द कठोर सजा दिलाएं. मुख्यमंत्री ने डीजीपी को निर्देश दिया कि अपराध की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेंगे. पुलिस अपराधियों के खिलाफ पूरी सख्ती से पेश आए. मुख्यमंत्री ने कहा था कि इस हत्याकांड को लेकर वे काफी गंभीर हैं और स्वयं लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं.13 जनवरी के बाद सीएम नीतीश ने 19 जनवरी को फिर से डीजीपी को तलब किया था और यही बातें कही थी।

एयरपोर्ट के पार्किंग विवाद में हुई रूपेश की हत्या-डीजीपी

19 जनवरी को डीजीपी एसके सिंघल ने एयरपोर्ट पार्किंग के विवाद में रूपेश की हत्या किए जाने का शक जाहिर किया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने के बाद बाहर निकले डीजीपी ने पत्रकारों से कहा था कि एयरपोर्ट की पार्किंग को लेकर बहुत बड़ा विवाद चल रहा था। इसके अलावा उनके परिजनों या जान-पहचान वाले लोगों के ठेकेदारी से जुड़ा इश्यू भी आया था .पुलिस ने ह्यूमन और तकनीकी इंटेलिजेंस की मदद ली है। इस मामले में थोड़ा और काम करने की जरूरत है कि केस स्ट्रॉंग बन जाए। हमें पूरा भरोसा है कि पुलिस केस का उद्भेदन कर लेगी। डीजीपी के इस बयान के बाद अब तक पुलिस कई अन्य बिंदूओं पर जांच कर चुकी। सैकड़ों लोगों से पूछताछ की गई। बिल्डर समेत कई अन्य बड़े लोगों से पूछताछ हुई लेकिन नतीजा सिफर रहा। ऐसे में अब पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। लोग अब यह मान कर चल रहे हैं कि दूसरे बड़े केस की तरह इस केस को भी समय के साथ डंप कर दिया जाएगा। बता दें, 12 जनवरी को पटना एयरपोर्ट के इंडिगो मैनेजर रूपेश सिंह की राजधानी पटना के पुनाईचक में शाम सात बजे गोलियों से छलनी कर दिया गया था। हाईप्रोफाइल हत्याकांड के बाद बिहार में सुशासन राज पर सवाल खड़े हो गए थे।


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