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UPA 2 में 33 महत्वपूर्ण कंपनियों का किया गया निजीकरण, भाजपा का आरोप- मनमोहन सिंह करें तो - विनिवेश, मोदी करें तो - देश को बेचा

UPA 2 में 33 महत्वपूर्ण कंपनियों का किया गया निजीकरण, भाजपा का आरोप- मनमोहन सिंह करें तो - विनिवेश, मोदी करें तो - देश को बेचा

PATNA : मोदी सरकार पर सरकारी कंपनियों के निजीकरण का आरोप लगानेवाली विपक्षी पार्टियों को भाजपा ने करारा जवाब दिया है। पार्टी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा है  कांग्रेस द्वारा देश में कितना बड़ा झूठ फैलाया जा रहा है उसका एक सच आपके सामने लाना चाहता हूं। उन्होंने कहा यह आरोप लगाए जा रहे है कि   कांग्रेस सरकारी बैंक बनाती है और मोदी सरकार उसे बेच देती है और काफी सारे लोग उस झूठ पर यकीन भी कर लेते हैं। उन्होंने कांग्रेस के शासन की पोल खोल खोलते हुए कहा कि आज जो निजी क्षेत्र के 3 सबसे बड़े बैंक हैं यानी ICICI बैंक  एचडीएफसी बैंक और एक्सिस बैंक यह तीनों कभी सरकारी हुआ करती थी लेकिन पीवी नरसिम्हा राव सरकार में वित्त मंत्री रहे मनमोहन सिंह ने इन्हें बेच दिया।

ICICI-HDFC भी थे सरकार उपक्रम

उन्होंने कहा कि आई सी आई सी का पूरा नाम इंडस्ट्रियल क्रेडिट एंड इन्वेस्टमेंट कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया था। यह भारत सरकार की ऐसी संस्था थी जो बड़े उद्योगों को लोन देती थी लेकिन एक झटके में वित्त मंत्री मनमोहन सिंह ने इसका डिसइनवेस्टमेंट करके इसे प्राइवेट बना दिया और इसका नाम और आईसीआईसीआई बैंक हो गया। इसी तरह आज जो एचडीएफसी बैंक है उसका पूरा नाम हाउसिंग डेवलपमेंट कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया था यह भारत सरकार की एक ऐसी संस्था हुआ करती थी जो मध्यम वर्ग के लोगों को सस्ते ब्याज पर होम लोन देने का काम करती थी। नरसिम्हा राव सरकार में वित्त मंत्री रहे मनमोहन सिंह ने सलाह दी कि सरकार का काम सिर्फ गवर्नेंस करना है होम लोन बेचना नही हैऔर एक झटके में वित्त मंत्री मनमोहन सिंह ने एचडीएफसी बैंक को बेच दिया और यह निजी क्षेत्र का बैंक बन गया।  मनमोहन सिंह  इसे जरूरी कदम बताया।

एक्सिस बैंक का सच

भाजपा प्रवक्ता  ने कहा कि इसी तरह की बेहद दिलचस्प कहानी एक्सिस बैंक की है। यह भारत सरकार की एक संस्था हुआ करती थी उसका नाम था यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया यह संस्था लघु बचत को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई थी यानी आप इसमें छोटे-छोटे रकम जमा कर सकते थे।  मनमोहन सरकार नरसिम्हा राव सरकार में वित्त मंत्री मनमोहन सिंह ने कहा की सरकार का काम चिटफंड की स्कीम चलाना नहीं है और एक झटके में इसे बेच दिया गया पहले इसका नाम यूटीआई बैंक हुआ और बाद में इसका नाम एक्सिस बैंक हो गया। इसी तरह आज आईडीबीआई बैंक है जो एक प्राइवेट बैंक है एक समय में यह भारत सरकार की संस्था हुआ करती थी जिसका नाम था इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया इसका भी काम उद्योगों को लोन देना था लेकिन मनमोहन सिंह ने इसे भी बेच दिया और आज यह निजी बैंक बन गया,

मनमोहन सिंह की नीतियों पर सवाल

भाजपा प्रवक्ता अरविं सिंह ने कहा कि अपनी यादाश्त को कमजोर न होने दें तो कभी डिसइनवेस्टमेंट पॉलिसी को भारत में कौन लाया था जरा सर्च कर लो जब नरसिंम्ह राव के समय में मनमोहन सिंह वित्त मंत्री थे, तब उन्होंने संसद में कहा था मैक्सिमम गवर्नमेंट लेस गवर्नेंस। उन्होंने कहा था कि सरकार का काम धंधा करना नहीं सरकार का काम गवर्नेंस देना है, ऐसा माहौल देना है कि लोग यह सब काम करें। मनमोहन सिंह ने ही सबसे पहले टोल टैक्स पॉलिसी लाई थी यानी निजी कंपनियों द्वारा सड़क बनाओ और उन कंपनियों को टोल टैक्स वसूलने  का परमिशन दो।

एयरपोर्ट का निजीकरण मनमोहन सिंह की देन

मनमोहन सिंह ने सबसे पहले एयरपोर्ट की निजी करण की शुरुआत की थी और सबसे पहला दिल्ली का इंदिरा गांधी एयरपोर्ट को जीएमआर ग्रुप को दिया गया। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि पहले ही देश को कांग्रेस निजी कारण कर चुका था। आज चम्पक उछल उछल कर नाच नाच कर बेसुर रागा गाता फिर रहें है, "मोदी ने दोस्तो को बेच दिया..मनमोहन सिंह करें तो - विनिवेश, मोदी करें तो - देश को बेचा .. !

यूपीए - 2 में इन कंपनियों को बेचा

2009-10 में मनमोहन सिंह ने 5 कंपनियां बेचीं - NHPC Ltd,  OIL - ऑयल इंडिया लिमिटेड,  एनटीपीसी - नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन,  आरईसी - ग्रामीण विद्युतीकरण निगम,  एनएमडीसी - राष्ट्रीय खनिज विकास निगम, 2010-11 में मनमोहन सिंह ने 6 कंपनियाँ बेचीं -  एसजेवीएन - सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड,  ईआईएल - इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड,  CIL - कोल इंडिया लिमिटेड,  पीजीसीआईएल - पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया,  MOIL - मैंगनीज अयस्क इंडिया लिमिटेड,  एससीआई - शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया

2011-12 में मनमोहन सिंह ने 2 कंपनियाँ बेचीं -  पीएफसी - पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन,  ओएनजीसी - तेल और प्राकृतिक गैस निगम।

2012-13 में मनमोहन सिंह ने बेचीं 8 कंपनियां -  सेल - भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड,  नाल्को - नेशनल एल्युमीनियम कंपनी लिमिटेड,  आरसीएफ - राष्ट्रीय रसायन और उर्वरक,  एनटीपीसी - नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन,  OIL - ऑयल इंडिया लिमिटेड,  एनएमडीसी - राष्ट्रीय खनिज विकास निगम,  HCL - हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड,  एनबीसीसी

2013-14 में मनमोहन सिंह ने 12 कंपनियां बेचीं - एनएचपीसी - नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन,  भेल - भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड,  ईआईएल - इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड,  एनएमडीसी - राष्ट्रीय खनिज विकास निगम,  सीपीएसई - सीपीएसई-एक्सचेंज ट्रेडेड फंड,  PGCI - पावर ग्रिड कॉर्पोफ़ इंडिया लि.,  एनएफएल - राष्ट्रीय उर्वरक लिमिटेड,  MMTC - धातु और खनिज व्यापार निगम।



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