GAYA : मगध विश्वविद्यालय बोधगया का 63 वां स्थापना दिवस बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। स्थापना दिवस के मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश नारायण सिंह मौजूद रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रबंधन निदेशक एरिस्टो फार्मास्युटीकल्स उमेश शर्मा उर्फ भोला बाबू मौजूद थे। साथ ही बोधगया मठ के तत्कालीन महंत त्रिवेणी गिरी भी मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एसपी शाही ने किया। सभी अतिथियों ने कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित कर किया। छात्रों ने बुद्ध शरण संघ शरणम्म की गीत प्रस्तुत कर आए सभी मेहमानों की स्वागत की। उसके बाद कुलपति ने आए हुए सभी मेहमानों को पुष्पगुच्छ व अंगवस्त्र देकर सम्मानित किए।
उसके बाद कुलपति ने उपस्थित लोगो को संबोधित करते हुए बताया की मगध विश्वविद्यालय का इतिहास कोई छोटा मोटा इतिहास नही है। बोधगया के महंत जी ने मगध विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए 460 एकड़ जमीन दिए थे। उन्होंने कहा की मुझे बड़ी मुश्किल हालातो में विश्विद्यालय भेजा गया है। मगध विश्वविद्यालय ने जो शिक्षा देने का काम किया। आजादी के बाद कोई छोटी मोटी बात नही थी। उन्होंने कहा की जिस तरह पिछले कई वर्षो से यहां की स्थिति थी। यहाँ के छात्रा आते थे और रो-रो कर चले जाते थे। हमलोग ने जब इसका कमान संभाला। तब एक वर्ष के अंदर 66 परीक्षाओं को सफलता पूर्वक संपन्न किया।
उन्होंने आगे कहा की हमारी कक्षाओं की स्थिति सही नही है। हमलोग को मिलकर काम करने की जरूरत है। यहां के शिक्षको को शोध के लिए सभी को पैसा दिया जाएगा। मगध विश्वविद्यालय के इंटरनल रिसोर्स में भी कुछ पैसे है। उन पैसों से इस विश्विद्यालय के विकास किया जाएगा। कुलपति ने उप सभापति से मांग किया है की ढाई हजार कैपिसिटी का ऑडिटोरियम और शोध संस्थान बनाने की इस विश्विद्यालय की जरूरत है। उन्होंने आए हुए मुख्य अतिथियों के बारे में लोगो को बताते हुए उनकी कार्य क्षमता को बताया।
उसके बाद स्थापना दिवस के मौके पर आए विशिष्ट अतिथि उमेश शर्मा ने अपने संबोधन में कहा की मैं अपने कार्यकाल में 200 गांवों में काम किया हूं। अपनी कंपनी की माध्यम से गरीब और असहाय लोगो के घर में शौचालय,और लाइटे लगवाई। उन्होंने कहा की मगध विश्वविद्यालय में एक बड़े क्षमतावाला सभागार बनाया जायेगा। वही मुख्य अतिथि हरिवंश नारायण सिंह ने मगध विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस पर कई तरह की बाते कही। उन्होंने उपस्थित छात्रों को कहा की शॉर्टकट ना अपनाए। अपने शिक्षा पर ध्यान दें। उन्होंने गया के पटवा टोली को सराहते हुए कहा की यही वो जगह है। जहाँ के छात्र प्रत्येक वर्ष आईआईटी की परीक्षा में सफलता प्राप्त कर गया जिला का नाम रोशन करते है। इसके अलावा उन्होंने गांधी और जयप्रकाश नारायण के जीवनी कथा पर चर्चा किया। पिछले तीन वर्षो में पहली बार अपने देश भारत को अच्छे राष्ट्र बनने की उपलब्धि प्राप्त हुई है। इस कार्यक्रम में एलएसडबल्यू विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ राजेश कुमार भी मौजूद थे। इस मौके पर गया के अलग अलग कालेजों के छात्रों को सम्मानित किया गया है।
गया से संतोष की रिपोर्ट