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जमीन की खरीद बिक्री को लेकर हुई थी जमीन कारोबारी की हत्या, कटिहार के हाईप्रोफाइल केस का हुआ खुलासा, बोले एसपी - माननीय सफेदपोश भी शामिल हैं साजिश में

जमीन की खरीद बिक्री को लेकर हुई थी जमीन कारोबारी की हत्या, कटिहार के हाईप्रोफाइल केस का हुआ खुलासा, बोले एसपी - माननीय सफेदपोश भी शामिल हैं साजिश में

KATIHAR : कटिहार में हाई प्रोफाइल राजेश यादव हत्याकांड का खुलासा हो गया है। पुलिस ने मृतक राजेश की पत्नी के बयान पर इस मामले में कुल 11 लोगों को नामजद आरोपी बनाया था, 9 नवंबर के इस घटना में पुलिस ने पहले ही दो नामजद अभियुक्त को गिरफ्तार किया था और अब घटना को अंजाम देने वाले कांट्रैक्ट किलर के साथ-साथ कुल चार और लोगों को गिरफ्तार किया है यानी अब तक इस मामले में कुल छह  लोग गिरफ्तार हो चुका है। 

नगर थाना क्षेत्र के बड़ी बाजार वर्णवाल चौक में 9 नवंबर को हुए इस घटना की खुलासा करते हुए एसपी जितेंद्र कुमार ने कहा कि उस दिन सारे शाम हुए इस घटना को पुलिस ने चुनौती के रूप में लिया था और शहर में लगे लगभग 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरा उससे मिले इनपुट के आधार पर पुलिस आरोपी का स्कैच बनवा कर कॉन्ट्रैक्ट शूटर अमन खान के साथ-साथ और तीन आरोपी मोहम्मद सलीम अंसारी, राजू पाठक, उमर फारूक को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जबकि घटना के बाद ही दो और नामजद आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

 कुल मिलाकर जो बातें सामने आई है।  उसमें शहर के पास मुफस्सिल थाना क्षेत्र के दिग्घी कटिहार से जुड़े एक जमीन जो कि लगभग 5.50 एकड़ की है, उसे लेकर विवाद के कारण ही इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है, एसपी जितेंद्र कुमार ने कहा कि यह जमीन राजेश यादव के किसी मामले में जेल में रहने के दौरान मनीष ठाकुर नाम के जमीन के कारोबार करने वाले व्यक्ति ने राजेश के भाई मुकेश यादव से खरीद लिया था, लेकिन राजेश जेल से छूटने के बाद तथ्य के आधार पर यह साबित कर दिया कि मुकेश मानसिक रोगी है और उनको झांसा में लेकर इस जमीन को खरीदा गया है, इसके बाद राजेश के आवेदन के आधार पर इस जमीन का मोटेशन पर भी ब्रेक लग गया।

 मगर मनीष ठाकुर इस हालत में जमीन को बेचने के लिए कई लोगों से एग्रीमेंट कर दिया जिसमे सलीम अंसारी, राजू पाठक है जब यह लोग भी जमीन पर कब्जा नहीं कर पाये तो अमन खान के द्वारा राजेश यादव को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। चर्चा यह है इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए अमन से 50 लाख रुपया देने के कॉन्ट्रैक्ट के साथ-साथ चार कट्ठा जमीन देने का भी बात हुआ था और इसी कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर अमन खान ने राजेश यादव को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था, इस मामले में घटना को अंजाम देने के दौरान राकेश के साथ उमर फारूक होने की भी बात बताई जा रही है। 

पुलिस पहले दो आरोपी और अब शूटर सहित और चार आरोपी यानी कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ-साथ उनके पास घटना को अंजाम देने के दौरान इस्तेमाल किए गए एक देशी पिस्तौल, दो जिंदा गली, एक खोखा, घटना के दौरान बातचीत के लिए इस्तेमाल किए गए चारों का मोबाईल और जिस मोटरसाइकिल से घटनास्थल पर पहुंचकर हत्या कि वारदात को अंजाम दिया गया था वह भी बरामद कर लिया है। एसपी जितेंद्र कुमार ने कहा कि भू माफिया के रैकेट के कारण ही इस हत्या के मामला को अंजाम दिया गया है।

घटना के बाद से ही इस मामले के उद्वेदन को लेकर स्थानीय लोग दबाव बना रहे थे अब पूरी तरह साफ हो चुका है, एसपी ने कहा कि जांच के दौरान कई बड़े माननीय सफेद पोश का भी नाम आगे इस हत्याकांड से जुड़ सकता है, जिन लोगों ने हत्यारे को घटना को अंजाम देने के बाद पुलिस और कानून से बचा लेने का आश्वासन दिया था, उनका भी नाम का खुलासा आगे हो सकता है, कुल मिलाकर इस हाई प्रोफाइल हत्याकांड ने एक बार फिर इस बात को साबित कर दिया है की बिहार में भू माफिया, अपराधी और राजनेताओं का एक गठजोड़ बन चुका है जिसे तोड़ना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है।

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