देश के बड़े अधिकारी ने करा लिया लिंग परिवर्तन, अब मिला नया नाम, चर्चा जोरों पर

DESK: एक वरिष्ठ महिला आईआरएस अधिकारी ने अपना लिंग परिवर्तन करा लिया है। इसके लिए सरकार ने उनको मंजूरी भी दे दी है। साथ ही महिला आईआरएस अधिकारी को नया नाम भी मिल गया है। बता दें कि, भारतीय सिविल सेवाओं में ऐसा पहली बार हुआ है। वित्त मंत्रालय ने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए सभी आधिकारिक कागजातों में उनका नाम और लिंग बदलने के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है।
दरअसल, हैदराबाद में सीमा शुल्क उत्पाद शुल्क और सेवा कर अपीलीय न्यायाधिकरण (सीईएसटीएटी) के मुख्य आयुक्त के कार्यालय में संयुक्त आयुक्त के पद पर तैनात एम अनुसूया ने लिंग और नाम परिवर्तन का अनुरोध किया था। उन्होंने अपना नाम बदलकर एम अनुकथिर सूर्या कर लिया है। साथ ही उन्होंने लिंग वाले कॉलम में महिला की जगह पुरुष करने का अनुरोध किया था।
सूर्या ने दिसंबर 2013 में चेन्नई में सहायक आयुक्त की जिम्मेदारी संभाली। इसके बाद 2018 में उन्हें डिप्टी कमिश्नर बनाया गया। उन्होंने पिछले साल हैदराबाद में अपनी वर्तमान पोस्टिंग पर जॉइन की थी। उन्होंने चेन्नई में मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रॉनिक्स में अपनी स्नातक की डिग्री पूरी की। इसके बाद 2023 में भोपाल में नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी से साइबर लॉ और साइबर फोरेंसिक में पीजी डिप्लोमा पूरा किया।
मालूम हो कि, जेंडर चेंज सर्जरी कराना एक चुनौतियों से भरा काम होता है। इसका खर्च भी लाखों में आता है और इस सर्जरी को कराने से पहले मानसिक तौर पर भी तैयार रहना पड़ता है। जेंडर चेंज कराने के इस ऑपरेशन के कई लेवल होते हैं। ये प्रक्रिया काफी लंबे समय तक चलती है। महिला से पुरुष बनने के लिए करीब 32 तरह की प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है।
पुरुष से महिला बनने में 18 चरण होते हैं। जेंडर चेंज करने के लिए सबसे पहले आवेदन करना होता है। उसके बाद आवेदन पर कार्रवाई होती है। एक बार जब व्यक्ति लिंग को बदलने का फैसला कर लेता है तो उसे एक हलफनामे का मसौदा तैयार करना होता है। इस हलफनामे में लिंग परिवर्तन की घोषणा की जाती है।