DESK : एक दिन पहले ही एशिया के सबसे अमीर आदमी बने गौतम अडानी अब दुनिया के सबसे बड़ी स्लम बस्ती की सूरत बदलने की तैयारी में जुट गए हैं। यहां अडानी ग्रुप 20000 पक्के घर बनाने जा रही है। जिसके निर्माण पर कंपनी 2000 हजार करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है।
मुंबई में 640 एकड़ में फैले एशिया के सबसे बड़े स्लम के रीडेवलपमेंट के लिए अडाणी ग्रुप और महाराष्ट्र सरकार साथ मिलकर काम कर रहे हैं। इस जॉइंट वेंचर को अडाणी ग्रुप लीड कर रहा है, जो धारावी में रेसिडेंशियल और कमर्शियल यूनिट्स बनाने के लिए जिम्मेदार है। धारावी रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट के CEO एसवीआर श्रीनिवास ने कहा कि यह मेरे करियर का सबसे चैलेंजिंग प्रोजेक्ट है। चैलेंजेस के बावजूद प्रोजेक्ट का टारगेट अगले दो से ढाई साल के अंदर रिहैबिलिटेशन और एलिजिबल फैमिलीज को फिर से बसाना शुरू करना है।
धारावी में घरों की डिटेल्ड सर्वे का हुआ शुरू
अडाणी ग्रुप ने प्रोजेक्ट के लिए एलोकेटेड 27 एकड़ लैंड के लिए भारतीय रेलवे को पहले ही 1,000 करोड़ रुपए का पेमेंट कर दिया है। धारावी में टेनमेंट्स यानी घरों की गिनती और डिटेल्ड सर्वे करने के लिए एडिशनल फंड का यूज किया जा रहा है, जो मार्च 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है।
एक से दो महीने में कंस्ट्रक्शन शुरू
इस प्रोजेक्ट का टारगेट अगले चार से छह महीनों के भीतर रेलवे की जमीन पर रिहैबिलिटेशन बिल्डिंग्स बनाना शुरू करना है, जिसके एक से दो महीने में कंस्ट्रक्शन शुरू होने की उम्मीद है। जॉइंट वेंचर ने एलोकेटेड लैंड पर 15,000 से 20,000 यूनिट्स यानी घरों को बनाने का प्लान बनाया है। इस प्रोजेक्ट में कई भूमिकाओं के लिए 100 से ज्यादा कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है।
धारावी में 350 वर्ग फीट का फ्री अपार्टमेंट
एलिजिबल रेजिडेंट्स, जो 1 जनवरी 2000 को या उससे पहले किराए के मकान में रहते थे और वर्तमान में ग्राउंड फ्लोर पर रहते हैं, उन्हें धारावी में 350 वर्ग फीट का एक फ्री अपार्टमेंट मिलेगा। वहीं 1 जनवरी 2000 और 1 जनवरी 2011 के बीच रहने वाले निवासियों को 2.5 लाख रुपए का भुगतान करने पर मुंबई में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर आवंटित किए जाएंगे।
अगर निवासी 1 जनवरी 2011 के बाद यहां आए हैं और ग्राउंड फ्लोर से ऊपर रहते हैं, तो उन्हें 'अयोग्य' माना जाएगा, लेकिन उन्हें 'किराया खरीद' के आधार पर बाद में खरीदने के विकल्प के साथ किराये का आवास उपलब्ध कराया जाएगा।