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लालू यादव के बाद अब तेजस्वी ने लिखा खुला खत, कहा-नीतीश चाचा जेल जाने के असली हक़दार आप हैं ...

लालू यादव के बाद अब तेजस्वी ने  लिखा खुला खत, कहा-नीतीश चाचा जेल जाने के असली हक़दार आप हैं ...

PATNA : लालू प्रसाद के बाद अब तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को खुला खत लिखा है। तेजस्वी ने अपने लेटर में लिखा   है कि जेल जाने के असली हकदार नीतीश चाचा हैं,न कि लालू यादव।

उन्होंने नीतीश कुमार को लेकर लंबा-चौड़ा लेटर लिखा है

तेजस्वी ने लिखा हालांकि लोकतांत्रिक मूल्यों एवं जनादेश का अनादर कर जनता की नज़रों में आप आदर-सम्मान खो चुके हैं। जनता द्वारा जगह-जगह निरंतर आपका विरोध यह दर्शाता है कि आप जनता के लिए कितने अप्रिय हो गए हैं, लेकिन मेरे लिए आप अब भी अतिप्रिय है। जनआक्रोश की पराकाष्ठा तो यह है कि बक्सर के नंदन गांव में महादलितो ने आप पर हमला तक कर दिया। जिसकी हमने कड़ी निंदा भी की और घटनास्थल का दौरा भी किया।

नेता प्रतिपक्ष आगे लिखते हैं हां, तो चाचा जी आप कह रहे थे कि मेरे पिता चाहे कितनी भी कोशिश कर लें जेल से बाहर नहीं आ सकते। आप उन्हें जेल से बाहर नहीं आने देंगे। आपके स्वयं को सर्वोच्च न्यायालय से भी सर्वोच्च समझ कर फैसला सुनाने के पीछे कौन सी नई साजिश है, ये तो मुझे नहीं पता लेकिन बिहार की क्या विडंबना है ये मुझे पता है। 

नीतीश चाचा, ये आपके शासन की सबसे बड़ी विडंबना है कि गरीब-गुरबों और वंचितो की आवाज उठाने वाला आज जेल में बैठा है और आप मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में मासूम बच्चियों के साथ हुए घिनौने काण्ड में संलिप्त अपने दुलारे, प्यारे और चेहते आरोपी ब्रजेश ठाकुर के साथ केक काट रहे है। 

और हां, जिस बल्ब और सड़क की बात आप कर रहे है ना ये 2004 से 2014 UPA-1 और UPA-2 जिसमें हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय लालू जी रेलमंत्री, श्री रघुवंश बाबू ग्रामीण विकास मंत्री और तत्कालीन ऊर्जा मंत्री ने दलीय राजनीति से ऊपर उठकर बिहार के विकास कार्यों के लिए असीमित फ़ंड दिलवाए तब जाकर बिहार को यह सब नसीब हुआ। आपसे आग्रह है जनता को झूठ बोल भ्रमित मत करिए। 

आप सहित बिहार से लगभग डेढ़ दर्जन केंद्रीय मंत्री आदरणीय अटल बिहारी वाजपेयी जी के मंत्रिमंडल में थे, लेकिन उनमें से कुछ प्रभावशाली मंत्री विकास कार्यों में रुचि को लेकर नकारात्मक प्रवृति के थे क्योंकि बिहार में राजद की सरकार थी। 

बहरहाल, आप ये भी कह रहे थे कि जेल से चिठठी लिखने वाले अगर जेल से बाहर आए तो लालटेन वाले दिन लौट आएंगे। आप बहुत घर-घर बल्ब जलाने का दावा करते हैं ना? चाचा जी आज हम बताते हैं आपके इस दावे की क्या हकीकत है?

जब मुजफ्फरपुर बलात्कार काण्ड के बाद नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर देश के न्यायप्रिय आम नागरिकों ने ‘कैन्डल मार्च’ में पहली मोमबत्ती जलाई थी ना उस एक मोमबत्ती की रोशनी ने आपके सारे बल्ब लगाने के दावों को शर्मसार कर दिया था। बिहार की सारी रोशनी शर्मिंदा थी उस एक मोमबत्ती की लौ के आगे। आपके द्वारा बिहार को रौशन करने की पोल उस एक अकेली मोमबत्ती ने खोल दी, और बता दिया था दुनिया को कि आपके राज में कितना घिनौना स्याह अंधेरा फैला है बिहार में। बिहार से अन्याय और राक्षसी अत्याचारों के घने काले अन्धेरों को भगाने के लिए लालटेन की जरूरत आज भी है और हमेशा रहेगी। 

समाज में और देश में नफरत और अन्याय के ज़हर बूझे तीर चलाकर आप अपने चुनाव चिन्ह का इस्तेमाल कर रहें है। आपके फैलाए नफरत, अंहकार, द्वेष, अपराध, अन्याय, अत्याचार, गैर बराबरी  के अंधेरों को मिटा कर, प्यार और भाईचारे की रौशनी फैलाकर हम अपने चुनाव चिन्ह का इस्तेमाल कर रहें हैं।  लेकिन आप इसे क्या समझेंगे?   

जो चलाए नफरत और हिंसा के ‘तीर’ 

वो क्या समझेगा बिहार की ‘पीड़'

नीतीश चाचा सुना है सोमवार को नालंदा में फिर से जनता ने आपके खिलाफ 'मुर्दाबाद' और 'रोड नहीं तो वोट नहीं' के नारे लगाए हैं। हमारे पिता को जेल से बाहर नहीं निकलने देना का फरमान तो आप सुना रहे हैं पर एक फरमान जनता भी सुना रही है .... अपनी रैली में कान लगा कर जनता की आवाज़ सुनियेगा जो कह रही है .....  

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याद रखियेगा सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं। देर-सवेर हमारे पिता ही जनता की तरफ से बिहार पर हुए एक-एक अन्याय का हिसाब जनादेश के महाचोरों से लेंगे और झूठ, धोखे और अवसरवाद को उसकी सही जगह यानी अदालत के कठघरे और फिर जेल के सींखचों में पहुचाएंगे क्यूंकि जेल जाने के असली हक़दार आप हैं वो नहीं।

लोकतंत्र में जनता की अदालत सबसे बड़ी होती है। उनका हर फ़ैसला हमें मंज़ूर है। हम लड़ेंगे, जीतेंगे और आगे बढ़ेंगे ... लालटेन जलेगी, अँधेरे डरेंगे।

ऐसी अभिव्यक्ति मेरे स्वभाव में नहीं है लेकिन आपके झूठ का जवाब देना ज़रूरी था।

अंत में आपके के लिए...

“वो समझाए जा रहे थे और हम समझे जा रहे थे 

वो खुद न समझे , हमें समझाने के बाद भी !”

विवेकानंद की रिपोर्ट

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