बिल्डर पति-पत्नी की गिरफ्तारी के बाद 'आशीर्वाद इंजीकॉन' के मालिक 'अजय सिंह' पर एक्शन की उठी मांग, 250 बैंकर्स से 50 करोड़ की धोखाधड़ी के आरोप

PATNA: पटना में ऐसे कई बिल्डर हैं जो ग्राहकों को झांसा देकर करोड़ों की ठगी कर चुके हैं. बिहार एसटीएफ ने एक ऐसे ही धोखेबाज बिल्डर को पत्नी के साथ अरेस्ट किया है। यह बिल्डर सस्ते मकान दिलाने का झांसा देकर ठगी की वारदात को अंजाम देता था। बिल्डर प्रभात कुमार रंजन उर्फ उदय सम्राट और उसकी पत्नी प्रिया मिश्रा को एसटीएफ ने तीन दिन पहले कोलकाता से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी पाटलीग्राम बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंस्ट्रक्शन कंपनी चला रहे थे। दोनों मिलकर लोगों को कम कीमत का मकान दिलाने का सपना दिखाते थे। दंपती पर जमीन और फ्लैट दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये ठगने का आरोप है। वैसे प्रभात कुमार रंजन और उसकी पत्नी प्रिया मिश्रा पहला और अंतिम बिल्डर नहीं। पटना में कई ऐसे बिल्डर हैं जिन्होंने ग्राहकों के सपनों का सौदा किया है। पटना के आशीर्वाद इंजीकॉन कंपनी के निदेशक अजय सिंह पर भी 250 बैंकरों से पचास करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी करने के आरोप लगे हैं। पीड़ित बैंकरों ने पटना एसएसपी से शिकायत की है। इधऱ, पोल खुलने के बाद आरोपी बिल्डर ने पीड़ित बैंकरों पर ही मारपीट करने का केस दर्ज करा दिया है।
बिल्डर अजय सिंह पर 50 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप
बैंक कर्मियों से 50 करोड़ से अधिक की राशि पचाने वाले आशीर्वाद इंजीकॉन के निदेशक अजय सिंह ने ग्राहक विनोद सिंह पर भी श्रीकृष्णापुरी थाने में केस दर्ज कराया है. पीड़ित ग्राहक ने बताया है कि वे इंडियन ओवरसीज बैंक के कर्मी हैं। इस बैंक से जुड़े 250 लोगों ने 2014 में ही बिल्डर अजय कुमार को बिहटा के प्रोजेक्ट आईओबी ग्लैक्सी के लिए पैसा दिया था। प्रति ग्राहक 5.50 लाख रू दिये गये थे। आईओबी के अलावे इलाहाबाद बैंक के 125 लोगों ने 8-9 लाख के हिसाब के बिल्डर को पैसा दिया था। वहीं पीएनबी के तीन सौ लोग, पावर ग्रिड के 100 लोगों ने 9 लाख की दर से बिल्डर को पैसे दिये थे। बिल्डर ने करीब पांच सौ फ्लैट तैयार कर दूसरे के हाथों बेंच दिया। जबकि हमलोगों ने जो राशि दी थी उसी राशि से बिल्डर ने जमीन खरीदी और उसी जमीन पर आईबी ग्लैक्सी प्रोजेक्ट बना. हमारे बैंक से जुड़े ग्राहकों ने पटना के गोला रोड में बैंक अकाउंट में करीब 16 करोड़ की राशि जमा की थी। उसी पैसे से बिल्डर अजय सिंह ने जमीन की खरीद की थी। हमलोगों के पास पूरा एग्रीमेंट है, मनी रसीद है। लेकिन हमलोगों को आज तक फ्लैट नहीं दिया गया।
बिल्डर ने मारपीट भी की
ग्राहक विनोद सिंह ने कहा कि हमलोग अपने फ्लैट की मांग करने बिल्डर अजय सिंह के पास गये थे। बिल्डर ने बाउंसर बुलाकर हमलोगों के साथ मारपीट किया है। उन्होंने बताया कि श्रीकृष्णापुरी थाने की पुलिस भी संदेह के घेरे में है। बिल्डर के दफ्तर में सीसीटीवी लगा हुआ है। अगर हमलोग लाठी-डंडा और लोहे की रॉड लेकर उसके दफ्तर गये थे तो पुलिस पहले सीसीटीवी का वीडियो जांच कर ले। सब कुछ साफ हो जायेगा। उन्होंने बताया कि बिल्डर पूरी तैयारी से था और वहां बाउंसर तैनात कर रखा था। हमलोगों के साथ मारपीट की गई है। हमलोगों ने इस मामले की जानकारी पटना एसएसपी को दी है। एसएसपी के यहां से आवेदन स्थानीय थाने को गया है। हमलोगों ने आठ साल पहले पैसा दिया है। आशीर्वाद इंजीकॉन ने सैकड़ों ग्राहकों के साथ धोखा किया है। ऐसे में हमलोगों की लड़ाई जारी रहेगी।
बिल्डर की पोल खुलने के बाद थाने में दर्ज कराया केस
इधर, अपने आप को फंसते देख आशीर्वाद इंजीकॉन के निदेशक अजय सिंह ने श्रीकृष्णापुरी थाने में केस दर्ज कराया है। पुलिस को दिये आवेदन में बिल्डर ने ग्राहक विनोद सिंह व अनुग्रह नारायण सिंह समेत 25-30 अज्ञात के खिलाफ मारपीट समेत कई अन्य आरोप लगाये हैं. पुलिस ने इस मामले में आनन-फानन में केस भी दर्ज कर लिया। अमूमन इस तरह के मामलों में पुलिस फूंक-फूंक कर कदम रखती है। राजधानी के श्रीकृष्णापुरी थाने की पुलिस ने बिना पूरे को मामले को समझे बिल्डर के आवेदन पर ग्राहकों पर ही केस दर्ज कर दिया।