NEWS4NATION DESK : कश्मीर मुद्दे पर पाक की रही-सही आस अब पूरी तरह से टूट गई है। पहले चीन, रुस और मुस्लिम देशों से किसी प्रकार का कोई सहयोग नहीं मिला। अब रही-सही कसर अमेरिका ने पूरी कर दी है। अबतक अमेरिका द्वारा इस मामले पर कुछ करने की आस लगाए पाक को बड़ा झटका लगा है।
अमेरिका ने कश्मीर मसले पर अपना रूख पूरी तरह साफ कर दिया है। अमेरिकी प्रशासन ने कह दिया है कि कश्मीर भारत-पाकिस्तान का द्विपक्षीय मसला है और अमेरिका इसमें कतई दखल नहीं देगा। अमेरिका ने मध्यस्थता करने से साफ इंकार कर दिया है।
अमेरिका में भारत के राजदूत हर्षवर्धन सिंगला ने कहा है कि अमेरिका अपनी पुरानी नीति पर चलना चाहता है। अमेरिका चाहता है कि भारत और पाकिस्तान एक साथ मिलकर इस मुद्दे को सुलझाने की कोशिश करें।
राजदूत हर्षवर्धन ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप पहले ही साफ कर चुके हैं कि अगर भारत और पाकिस्तान चाहते हैं कि वे मध्यस्थता करें तो वे मध्यस्थता कर सकते हैं। लेकिन भारत का रुख साफ है कि कश्मीर द्विपक्षीय मुद्दा है, जिस पर फैसला केवल दोनों देश कर सकते हैं।
बता दें कि इससे पहले रूस ने साफ शब्दों में कहा कि भारत द्वारा जम्मू और कश्मीर को दो भागों में विभाजित और केंद्र शासित प्रदेश बनाने का फैसला संविधान के अनुसार ही लिया गया था।