पटना. मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह की मुश्किलें बढती नजर आ रही है. उन्हें जल्द ही पटना की बेउर जेल से किसी अन्य जेल में भेजा जा सकता है. दरअसल पटना के बेउर जेल में बंद राजद विधायक के वार्ड में बुधवार को हुई छापेमारी के दौरान उनके पास से मोबाइल सहित कई अन्य प्रतिबंधित सामान मिलने के बाद अनंत सिंह की मुश्किल बढ़ी है. पटना डीएम और एसएसपी के नेतृत्व में हुई छापेमारी के बाद अधिकारियों की ओर से कहा गया कि इस मामले में कुछ बंदियों को दूसरी जेल भेजा जा सकता है.
माना जा रहा है कि अपने समर्थकों के बीच छोटे सरकार के नाम से प्रसिद्ध अनंत सिंह को अब पटना से भागलपुर भेजा जा सकता है. उनके वार्ड में 9 सेवादार मिले थे. प्रशासन ने मोबाइल बरामद होना गंभीर मामला मानते हुए वार्डन को सस्पेंड कर दिया है. बेउर जेल अधीक्षक पर भी तलवार लटक गई है. उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. डीएम के अनुसार विधायक अनंत सिंह के खिलाफ मोबाइल बरामदगी का नया केस भी दर्ज किया जाएगा.
सूत्रों का कहना है कि प्रशासन ने जेल से मोबाइल बरामदी को बेहद गंभीरता से लिया है. अनंत सिंह के वार्ड से जो मोबाइल मिला है उससे पिछले तीन महीने के दौरान जिन लोगों से बातें हुई थी उन सभी का रिकॉर्ड निकाला जाएगा. संभव है जिन लोगों से बात हुई है उन सभी को नोटिस जारी किया जाए.
सूत्रों का कहना है कि अनंत सिंह के पर कतरने के लिए अब उन्हें पटना से भागलपुर भेजा जा सकता है. पूर्व में भी अनंत सिंह को भागलपुर जेल में रखा गया था. कहा जा रहा है कि 4 अप्रैल को हुए एमएलसी चुनाव के बाद 5 अप्रैल को पटना कोर्ट परिसर से राजद विधायक रीतलाल यादव से अनंत सिंह की मुलाकात का एक वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन ने इसे गम्भीरता से लिया और जेल में छापेमारी हुई. अब अनंत सिंह को अगर पटना से भागलपुर भेजा जाता है तो यह उनके लिए बड़ा झटका माना जा सकता है. हालांकि उनके खिलाफ कई मामलों की सुनवाई एमपी एमएलए कोर्ट में चल रही है और वहां उन्हें पेश किया जाता है. इसलिए बेउर जेल से उन्हें दूसरी जगह भेजने का मामला कोर्ट की अनुमति पर निर्भर करेगा.