DESK. केंद्र सरकार ने शनिवार को प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध हटा दिया. ऐसे में अब प्याज निर्यात यानी विदेशों में प्याज भेजने पर लगी रोक खत्म हो गई है. हालाँकि प्रतिबंध हटाने के साथ ही केंद्र सरकार ने न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) 550 डॉलर (45,860.02 रुपये) प्रति टन कर दिया है. लोकसभा चुनावों के दौरान प्याज के निर्यात पर लगी रोक हटाने के निर्णय आम लोगों को प्रभावित कर सकता है. लेकिन इस बार केंद्र ने कई प्रकार की सावधनी बरतते हुए प्याज निर्यात पर प्रतिबंध हटाया है.
विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने एक अधिसूचना में कहा, "प्याज की निर्यात नीति को तत्काल प्रभाव से और अगले आदेश तक 550 डॉलर प्रति मीट्रिक टन के एमईपी के अधीन प्रतिबंधित से मुक्त कर दिया गया है।" केंद्र ने शुक्रवार रात प्याज के निर्यात पर 40 फीसदी शुल्क लगा दिया. पिछले साल अगस्त में भारत ने प्याज पर 31 दिसंबर 2023 तक 40 फीसदी निर्यात शुल्क लगाया था. ऐसे में अब भारत से विदेश में प्याज भेजने की बाधा दूर हो गई.
प्याज पर निर्यात रोक हटाने के पीछे केंद्र सरकार ने इस वर्ष बेहतर उपज को ध्यान में रखते हुए लिया है. आंकड़ों के अनुसार देश में प्याज की अच्छी उपज हुई है. देश के कई हिस्सों में प्याज की नई फसल आ चुकी है. ऐसे में भारत में इस सीजन में खपत के मुकाबले ज्यादा उपज रहने की स्थिति को देखते हुए केंद्र ने निर्यात प्रतिबंध हटाने का निर्णय लिया है. कृषि विभाग का दावा है कि मौसम अनुकूल होने के कारण प्याज के पैदावार में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी. वहीं निर्यात के लिए न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) 550 डॉलर (45,860.02 रुपये) प्रति टन रहने से मुनाफाखोर किसी प्रकार की बाजीगरी नहीं कर पाएंगे.