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बिहार बीजेपी ने प्रशांत किशोर को बता दिया भाड़े का टट्टू और 'थेथर',कहा- जिसका कोई पॉलिटिकल कैरेक्टर हीं नहीं वो क्या बोलेगा.......

बिहार बीजेपी ने प्रशांत किशोर को बता दिया भाड़े का टट्टू और 'थेथर',कहा- जिसका कोई पॉलिटिकल कैरेक्टर हीं नहीं वो क्या बोलेगा.......

PATNA: बिहार बीजेपी ने प्रशांत किशोर को थेथर बता दिया है।बीजेपी ने कहा है कि प्रशांत किशोर जैसे राजनीतिक दलाल को सुशील मोदी पर बोलने का हक नहीं  है।बिहार भाजपा प्रवक्ता डॉo निखिल आनंद ने कहा है कि भाजपा के शीर्ष नेताओं पर प्रशांत किशोर की हर टिप्पणी का हम कड़ा प्रतिवाद और निंदा करते हैं। अगर हम प्रशांत किशोर का सुशील मोदी जी पर हमला करते हुए ट्वीट पर गौर करें तो हकीकत में इशारे से नीतीश कुमार पर हमला है। 

निखिल ने कहा कि प्रशांत के शुरुआती बयानों से लगा था कि वे सिर्फ Verbal Diarrhea (वर्बल डायरिया) से पीड़ित है लेकिन अब Diagnose (डायग्नोज) करने पर पता चला है कि उनको Intellectual Constipation (इंटेलेक्चुअल कॉन्सटिपेशन) हो गया है और इलाज के अभाव में वो अनर्गल बयानबाजी करने लगे हैं। 

बीजेपी प्रवक्ता ने प्रशांत किशोर पर अटैक करते हुए कहा कि आपने अपने ट्वीट में ठीक हीं कहा प्रशांत किशोर जी! जिसका कोई पॉलिटिकल कैरेक्टर (Political Character) ही न हो उसको सुशील मोदी जी कैसे कैरेक्टर सर्टिफ़िकेट (Character Certificate) दे सकते है? दूसरों को क्रोनोलॉजी समझाने से पहले अपने इलाके का कोलोकियल भी समझ लें जहाँ भाड़े के टट्टूओं व राजनीतिक दलालों के लिए थेथर और लतखोर शब्द बना है।"

बिहार भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि प्रशांत किशोर की अभी तक की राजनीतिक हैसियत नीतीश कुमार के ही मर्सी पर है। लेकिन लगता है कि वे इनदिनों ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, लालू प्रसाद और कांग्रेस के पे-रॉल पर अपनी भूमिका को गंभीरता से लेने लगे है। प्रशांत किशोर लगातार अपनी बेशर्मी का परिचय देते हुए गठबंधन हितों के खिलाफ बयानबाजी कर रहें है। उनके बयान से सवाल उठता है कि अगर वे खुद को जेडीयू का प्राथमिक सदस्य भी मानते हैं तो क्या वे जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार, आरसीपी सिंह, ललन सिंह एवं वशिष्ठ नारायण सिंह से भी स्वयं को बड़े नेता है? उनके बयान से ऐसा प्रतीत होता है कि वे नीतीश कुमार की राजनीतिक- वैचारिक लाईन को न सिर्फ ओवरलूक कर रहे हैं बल्कि उससे परे जाकर अपनी पार्टी के निर्णय को भी डिक्टेट करना चाहते हैं। उनका मकसद जाहिर सी तौर पर एनडीए गठबंधन में दरार पैदा करने की लगती है।

निखिल आनंद ने प्रशांत किशोर से पूछते हुए सलाह दी है कि अगर आप जेडीयू का प्राथमिक सदस्य मानते हैं तो नीतीश कुमार द्वारा निर्देशित पार्टी की आधिकारिक पॉलिटिकल लाईन को फॉलो करें और गठबंधन धर्म निभायें। साथ की चेतावनी देते हुए कहा कि भाजपा के शीर्ष नेताओं पर प्रशांत किशोर अनर्गल बयानबाजी से बाज आयें .

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