AURANGABAD: रेलवे को चूना लगाने वालों की कमी नहीं है। हमारे देश में कई ऐसे लोग हैं जो सरकारी संपत्ति का उपयोग निजी तौर पर करते हैं, और उपभोग के बाद उसे बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ते। जैसा की हमने हमेशा देखा है, किसी भी तरह का विरोध-प्रदर्शन और चक्का जाम के मौके पर सबसे पहले रेलवे को ही निशाना बनाया जाता है। इसके अलावा रोजाना हजारों लोग बेटिकट यात्रा करते हैं, जिससे रेल प्रशासन को लाखों का नुकसान होता है। इनसब के बीच कई ऐसे लोग भी हैं जो फर्जी तरीके से रेलवे के टिकट बनाते और बेचते हैं, जो कि कालाबाजारी कहलाती है।
औरंगाबाद के रफीगंज रेलवे स्टेसन से सुरक्षा बलों ने टिकट की कालाबाजारी करने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं रेलवे पुलिस के प्रभारी उप निरीक्षक चंदन पासवान ने बताया कि विभाग द्वारा गुप्त सूचना मिल रही थी कि रफीगंज प्रखंड के भदुकी गांव निवासी शिवदयाल यादव टिकट की कालाबाजारी का काम करता है। सूचना के सत्यापन हेतु आरपीएफ द्वारा टीम गठित कर कासमा पुलिस के सहयोग से छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान उक्त व्यक्ति के यहां से 29 पास्ट टिकट जिसकी लगभग मूल्य ₹38,027 है तथा चार लाइव टिकट जिसकी मूल्य 2715 रुपए है, उसे बरामद किया गया।
इसके अलावा ई-टिकट बनाने में इस्तेमाल करने वाले लैपटॉप मोबाइल को भी जब्त किया है। रेल अधिनियम की धारा 143 के अपराध में शिवदयाल यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। इस कार्रवाई में एसआई इंदल कुमार मंडल, आरक्षी सरोज कुमार शशि शेखर, कासमा थाना के अजीत कुमार सिंह एवं अन्य पुलिस बल छापेमारी दल में शामिल थे।