PATNA: पटना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 2 दिनों में अपहृत बच्चे को सकुशल बरामद करने में सफलता हासिल की है। दरअसल, 12 जुलाई को कंकड़बाग थाना क्षेत्र से 7 साल के बच्चे का अपहरण हुआ था। आसपास और रिश्तेदारों में खोजखबर नहीं मिलने के बाद 13 जुलाई को बच्चे के परिजन ने थाने में मामला दर्ज कराया, जिसपर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और अनहोनी होने से पहले बच्चे को बरामद कर लिया गया।
यह मामला कंकड़बाग थाना क्षेत्र के मलाही पकड़ी इलाके का है। यहां से उमेश कुमार का 7 साल का बेटे का अपहरण कर लिया गया। इस मामले में उमेश और उसके परिजनों ने नेहा श्री नाम की महिला पर बच्चे के अपहरण का आरोप लगाया। बच्चे के पिता उमेश कुमार ने बताया कि उसकी मां, यानी की बच्चे की दादी, नेहा श्री के घर काम करती थी। उनके मुताबिक नेहा की मानसिक स्थिति कुछ ठीक नहीं थी। वह अजीबोगरीब हरकतें करती थी, जिससे तंग आकर महिला ने उनके घर काम कर बंद दिया। इसके कुछ ही दिन बाद, 12 जुलाई को रोज की तरह बच्चा नेहा के घर उनके बच्चों के साथ खेलने पहुंचा। हालांकि रात होने तक जब वह वापस नहीं लौटा, तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की। परिजन नेहा श्री के घर पहुंचे, जहां ताला लगा था। वहां उसके पड़ोसी ने बताया कि वह उसके बच्चे को लेकर बैग सहित शहर से बाहर बनारस गई है। इसके बाद परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई। वह लगातार नेहा श्री को फोन लगाने लगे, मगर उसका मोबाइल बंद था। अगले दिन परिजनों ने बच्चे के अपहरण के संबंध में पूरी जानकारी पुलिस को दी और जल्द खोज लेने की गुहार लगाई। इसके बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई शुरू की।
पुलिस ने तत्काल टीम गठित कर जांच शुरू की और 14 जुलाई की रात को आरोपी महिला नेहाश्री को पकड़ लिया और उसके पास से बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। यहां परिजनों का कहना है कि महिला सहित बच्चे के बाल मुड़े हुए थे, जिससे किसी तंत्र क्रिया के किए जाने का शक गहरा गया है। इसपर यह बात भी है कि महिला विधवा थी औऱ उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। पुलिस कस्टडी में नेहा की तबीयत बिगड़ने के बाद फिलहाल उसे कंकड़बाग के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाद में पूछताछ के बाद पूरे मामले का खुलासा हो सकेगा।