PATNA : बिहार में विशेष भू सर्वेक्षण का कार्य तेजी से चल रहा है। इसके मद्देनजर राज्य के अलग अलग जिलों में लोग अपने अपने कागजातों को दुरुस्त करने जुटे हैं। हालाँकि जमीन सर्वे का अब साइड इफेक्ट अब दिखने लगा है। दरअसल जमीन के कानून के मुताबिक जो जमीन दादा, परदादा और पिता के नाम पर है। उसे अपने नाम पर कराने के लिए हर व्यक्ति को उस व्यक्ति का एनओसी लेना होगा। जो जमीन में अपना हिस्सा नहीं लेना चाहते हैं। अभीतक यह देखा गया है की आम तौर पर शादीशुदा बेटियां अपने पिता के सम्पत्ति में हिस्सा नहीं लेती है। लेकिन जमीन ने नया झमेला शुरू कर दिया है। दरअसल बहन का एनओसी लेने जाने भाईयों के सामने नया संकट आ गया है। दरअसल बहन तो जमीन में हिस्सा लेने से इंकार कर रहीं है। लेकिन जीजा और भगिना संपत्ति पर दावा ठोक रहे है। इससे भाईयों के सामने संकट खड़ा हो गया है। ऐसे मामले वहां अधिक देखने को मिल रहा है। जहाँ की जमीन बेसकीमती है।
पहले मामला एक ऐसे शख्स का है, जो अपने बहन का एनओसी लेने पहुचा था। हालाँकि बहन एनओसी देने के लिए तैयार हो गयी। लेकिन बहनोई और भगिना ने एनओसी देने से साफ़ इनकार कर दिया। बात इतनी बढ़ी की बहनोई से कोर्ट तक जाने की धमकी दे डाली। साले ने अपने बेरोजगार पड़े बहनोई को लाखों रुपये देकर उसका व्यवसाय शुरू कराया। इतना ही नहीं, जिस भगीना ने विरोध किया उसे इंजीनियरिंग कराने की फीस और डोनेशन का खर्च भी उठाया था। अपने बहनोई और भगीना के इस तरह के व्यवहार से उनका मन बहुत छोटा हो गया। क्योंकि उसके पिता ने अपनी इकलौती बेटी की शादी में अच्छी खासी जमीन बेची थी। यहां तक कि मां के आधे गहने तक दिये थे, जिसकी कीमत आज के समय में लाखों रुपये में होगी।
दूसरे मामले में शहर के पॉश इलाके में डेढ़ कट्ठा जमीन पर तीन मंजिले मकान से जुड़ा है। जहाँ मकान आज भी शख्स के मामा के नाम पर हैं। जब सर्वे होने लगा तो मामा ने भगिना को बुलाया और कहा को तुम्हारे ममेरे भाई का कोई ठीक नहीं की क्या करेगा। इसलिए तुम जमीन अपने नाम पर करा लो।