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Bihar news: कमाल के हैं बिहारी चूहे! आईजीआईएमएस में 14 करोड़ रुपये की मशीन का तार काटा, मरीज हो रहे परेशान, इससे पहले भी कर चुके हैं बड़े कारनामे

Bihar news: कमाल के हैं बिहारी चूहे! आईजीआईएमएस में 14 करोड़ रुपये की मशीन का तार काटा, मरीज हो रहे परेशान,  इससे पहले भी कर चुके हैं बड़े कारनामे

पटना: बिहार के चूहे शरारती, पियक्कड़ तो हैं हीं अब तो पूर्ण वातानुकुलित कमरे में रखे मशीनों का तार भी खा रहे हैं.  बिहार के चूहे इतने खतरनाक हैं कि जो कुछ भी गड़बड़ी हुई तो वो चूहों की करतूत है. अधिकारी भी चूहों की तरफदारी करने को एक पैर पर खड़े नजर आते दिखते हैं. अब चाहे लाखों लीटर जब्त शराब गटक जाने का मामला हो या फिर बांध के टूटने का आरोप ,या मशीन के तार कुतर जाने  के कारण खराब होने का मामला हो, ये सभी आरोप बिहार के खतरनाक चूहे अपने सिर माथे पर लेकर घूमते हैं. आईजीआईसी में हृदय रोग से पीड़ित मरीजों के लिए नए भवन में दो साल पहले दो कैथलैब मशीन लगी थी. 15 दिन पहले चूहों द्वारा तार कुतरने से एक कैथलैब मशीन खराब हो गई है. कैथलैब से यहां 35 से 40 मरीजों का उपचार हर दिन होता है.कैथलैब से एंजियोग्राफी, स्टेंटिंग, पेसमेकर लगाने, दिल में छेद बंद होने जैसे जटिल ऑपरेशन किए जाते हैं. इसके खराब होने से मरीजों को खासी परेशानी हो रही है.

बता दें सिवान के नवादा गांव में जून 2024 में बाढ़ का पानी गांव में घुस गया तो इल्जाम चूहों पर लगा कि बांध चूहों की वजह से कमजोर हो गया था जिसके चलते पानी का लोड मिलते ही बांध टूट गया और पानी नवादा गांव में घुस आया. अब देखिए न बिहार के खतरनाक चूहों ने कैमूर और पटना में शराबबंदी के दौरान जब्त शराब के पैकेट की कमी हुई तो उसे पीने का इल्जाम चबहों पर हीं लगा. इतना हीं नहीं चूहों ने पटना के बोरिंग रोड के एक ज्वैलरी शॉप में हीरे की जूलरी उड़ा ली. सीसीटीवी से जांच की गई तो चूहों की करतूत लोगों को पता चली. अब जब आजीआईएमएस में लगी कैथलैब मशीन खराब हुई तो कारण पूछने पर तो उंगली चूहों पर उठी.

बता दें कैथलैब मशीन मशीनों के पूर्ण रखरखाव की जिम्मेवारी पांच साल के लिए सप्लायर एजेंसी को दी गई थी. इसके तहत खराब होने के 24 घंटे के भीतर कैथलैब का मरम्मत करना था, लेकिन पिछले 15 दिनों से खराब होने के बावजूद ना तो बीएमएसआईसीएल और न ही सप्लायर एजेंसी की ओर से कैथलैब के मरम्मत का कार्य किया जा रहा है.

आईजीआईसी में हृदय रोग से पीड़ित मरीजों के लिए नए भवन में दो साल पहले दो कैथलैब मशीन लगी थी. 15 दिन पहले चूहों द्वारा तार कुतरने से एक कैथलैब मशीन खराब हो गई है. अस्पताल के वरीय चिकित्सक ने बताया कि बीएमएसआईसीएल को मशीन खराब होने की सूचना दी है. एक दिन पहले बीएमएसआईसीएल के वरीय अफसर आईजीआईसी पहुंचे भी थे।.मेंटेनेंस करनेवाली एजेंसी से उनकी बात भी हुई थी. लेकिन एजेंसी मशीन को बनाने के लिए अबतक नहीं पहुंची है.

आईजीआईसी के निदेशक डॉ. सुनील कुमार ने बताया बीएमएसआईसीएल को मशीन खराब होने की सूचना दी गई है. मशीन का सामान दूसरे देश से आता है. उसके लिए एजेंसी ने ऑर्डर कर दिया है. 


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