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BIHAR NEWS: जल जमाव को हटाने के लिए नालों से हटाये गये अतिक्रमण, नगर निगम ने कहा जल को जल जमाव से मुक्त किया गया।

BIHAR NEWS: जल जमाव को हटाने के लिए नालों से हटाये गये अतिक्रमण, नगर निगम ने कहा जल को जल जमाव से मुक्त किया गया।

पटना: बुडको, जिला प्रशासन, पेसू, वन विभाग, पथ निर्माण विभाग समेत सभी एजेंसियों के साथ सामंजस्य की बदौलत पटना नगर निगम द्वारा अधिकतर क्षेत्रों को शनिवार दोपहर तक जल जमाव से मुक्त कर लिया गया। बुडको द्वारा सभी 42 स्थायी एवं 21 अस्थायी संप हाउस का लगातार संचालन किया गया। बिजली कटने पर परिसर में अधिष्ठापित डीजी सेट के माध्यम से संप हाउस का निर्बाध संचालन सुनिश्चित किया गया। संप हाउस के लगातार कार्यरत रहने के कारण कम से कम समय में शहर से जल निकासी का कार्य पूर्ण कर लिया गया। विदित है कि पहाड़ी, सैदपुर एवं योगीपुर संप पर शहर की जलनिकासी सबसे ज्यादा निर्भर करती है। सभी संप हाउस पर अधिकारी एवं कर्मी अलर्ट रहे और कार्य लगातार जारी रहा। साथ ही रमन कुमार, प्रबंध निदेशक बुडको, हिमांशु शर्मा, नगर आयुक्त, पटना नगर निगम द्वारा लगातार क्षेत्र एवं संप हाउस का निरीक्षण किया गया और संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए। साथ ही वर्षा के दौरान पेड़, पोल आदि गिरने से बाधित सड़कों को भी सुगम करने की त्वरित कार्रवाई की गई।

पटना नगर निगम में कंकड़बाग अंचल अंतर्गत पीसी कॉलोनी, संजय गांधी नगर, भागवत नगर, बांकीपुर अंचल अंतर्गत राजेंद्र नगर, बकरी मंडी, जनक किशोर रोड, पाटलिपुत्र अंचल अंतर्गत इंद्रपुरी, राजवंशी नगर, जजेज आवास, पाटलिपुत्र कॉलोनी, अजीमाबाद अंचल अंतर्गत बिस्कोमान कॉलोनी, गुलजारबाग हाट आदि क्षेत्र को जल जमाव से मुक्त किया गया। अंदरूनी इलाकों में विभिन्न क्षमता के पंप के माध्यम से एवं आवश्यकतानुसार कच्चा नाला काटकर जल निकासी की वैकल्पिक व्यवस्था की गई जिससे कम से कम समय में क्षेत्रों को जलजमाव से मुक्त करने में सफलता मिली। विदित है कि पटना नगर निगम द्वारा मानसून पूर्व ही जलजमाव संभावित क्षेत्रों को चिन्हित कर वैकल्पिक व्यवस्था की तैयारी कर ली गई। इसका परिणाम रहा कि भारी वर्षा के पश्चात भी न्यूनतम समय में अधिकतर क्षेत्रों को जल जमाव मुक्त कर लिया गया।

नगर निगम द्वारा यह जानकारी दी गयी कि निगम द्वारा नाला उड़ाही हेतु तैयार रणनीति के अंतर्गत तीन चरणों में यथा- मानसून पूर्व, मानसून के दौरान एवं मानसून पश्चात नाला उड़ाही का कार्य किया जाता है। वर्तमान में मध्य चरण के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्र में नाला उड़ाही का कार्य किया जा रहा है। वर्षा के दौरान खुले नाले में जमे कचरे के ढेर विभिन्न जगहों पर इकट्ठा होकर पानी के बहाव को अवरुद्ध करते हैं। विशेष तौर पर संप हाउस के आउटफॉल नालों पर लगी ग्रेटिंग के पास ठोस अपशिष्ट के फंस जाने की वजह से जल प्रवाह बाधित होता है। अत: पटना नगर निगम द्वारा ऐसे तमाम स्थानों पर चिन्हित कर नाला उड़ाही का कार्य लगातार किया जा रहा है। वहीं, वर्षा के दौरान सभी अंचलों में टीमों (फट्टा गैंग) का गठन किया गया है जिनके द्वारा मैनहोल, छोटे नालों में एकत्रित कचरे को लगातार साफ किया जाता है ताकि पानी का निर्बाध बहाव सुनिश्चित हो।

नाले पर बने खटाल हटाए गए

विदित है कि पटना नगर निगम द्वारा सम्पूर्ण क्षेत्र में डोर टू डोर कचरा संग्रहण की सेवा दी जा रही है। फिर भी कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा नियमों एवं सरकार के दिशा-निर्देश की अनदेखी करते हुए खुले मैदान एवं खुले नालों में कजरा डंप किया जाता है। यही वजह है कि लगातार नाला उड़ाही के बावजूद कई नालों की उपरी सतह पर प्लास्टिक थैले, बोतल, थर्माकोल के पेपर आदि पाए जाते हैं। वहीं, लगातार अभियान चलाकार नालों को अतिक्रमण मुक्त रखने की कार्रवाई भी की जाती। परन्तु पुलिस बल एवं निगम की टीम के जाते ही दोबारा वह स्थान अतिक्रमित हो जाते हैं। अतिक्रमण की वजह से नाले जाम हो जाते हैं जिससे जल जमाव की समस्या उत्पन्न होती है। इसी कड़ी में शनिवार को शास्त्रीनगर में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाकार नालों के उपर बने खटाल हटाए गए। इन खटाल संचालकों द्वारा अक्सर गोबर आदि को नालों में डंप कर दिया जाता है जिससे नाले में पानी का बहाव अवरुद्ध होता है।


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