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BIHAR NEWS: महिंद्रा फर्स्ट चॉइस के पैनोरमा ऑटोमोबाइल्स का उद्घाटन, वाहन खरीद से लेकर युवाओं को रोजगार में मिलेगी मदद

BIHAR NEWS: महिंद्रा फर्स्ट चॉइस के पैनोरमा ऑटोमोबाइल्स का उद्घाटन, वाहन खरीद से लेकर युवाओं को रोजगार में मिलेगी मदद

SUPAUL: सुपौल जिले के प्रखण्ड मुख्यालय के रामपुर सिद्दिकी चौक के पास महिंद्रा फर्स्ट चॉइस के पैनोरमा ऑटोमोबाइल्स का उद्घाटन शनिवार दोपहर 1 बजे होगा। इसकी जानकारी पनोरमा ग्रुप के प्रबंध निदेशक संजीव मिश्रा ने दी है। उन्होनें बताया कि इसकी शुरूआत से सुदूरवर्ती क्षेत्र के लोगों को उनके बजट के मुताबिक वाहन खरीदने की सुविधा मिलेगी।

संजीव मिश्रा ने बताया कि आजादी के 75 वर्ष बाद भी कोसी क्षेत्र का सबसे सुदुवर्ती इलाका छातापुर सहित आस-पास के इलाके के लोगों को पहले चार पहिया वाहन खरीदने के लिए पूर्णिया-सिलीगुड़ी की ओर रूख करना पड़ता था। पैनोरमा ऑटोमोबाइल्स खुल जाने से अब किसी अन्य जगहों पर न जाकर कोशी क्षेत्र (खासकर के छातापुर) के लोग अपने बजट के अनुकुल चार पहिया वाहन यही से खरीद सकेंगे। उन्होनें बताया कि पैनोरमा ग्रुप जिस तरह से लगातार पिछले पांच वर्षो से कोशी-सीमांचल के लोगो को रियल स्टेट से लेकर शिक्षा-स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य करते आ रहा। बस इसी तरह पैनोरमा ग्रुप अब ऑटोमोबाईल्स के क्षेत्र में भी अपने कार्यो की शुरूआत करेगी।

पैतृक क्षेत्र के लोगों को सुविधा देने की कोशिश

मालूम हो की पैनोरमा ग्रुप के प्रबंध निदेशक संजीव मिश्रा का पैतृक घर छातापुर प्रखण्ड मुख्यालय के ही रामपुर पंचायत स्थित लालपुर गांव में हैं। महान कथाशिल्पी फणीश्वरनाथ रेणु की माटी पूर्णिया को सजाने-संवारने के बाद अब अपने गृह क्षेत्र में उद्योग-धंधे लगाने को लेकर मन बना लिया है।

साल 2016 में रखा रियल स्टेट में कदम

संजीव मिश्रा बताते है कि साल 2016 से अब तक वे रियल स्टेट के क्षेत्र में कदम रखकर पूर्णिया सहित कोशी-सीमांचल के हजारो लोगो को आशियाना बनाकर दे चुके हैं। उन्होने कहा कि, मैं बचपन से छातापुर को करीब से देखता आया हूं। लगभग संसाधन रहने के बावजूद यहां कल-कारखाना नही हैं, कोई रोजगार की सुविधा नहीं हैं जो इस क्षेत्र के युवा-वर्ग किसी दूसरे प्रदेश न जाकर यही पर रहकर अपना कोई रोजगार-धंधा कर अपना गुजर-बसर कर सके। वे बताते हैं की इस तरह के ऑटोमोबाइल्स खुलने से यहां के युवाओ को भी रोजगार के अवसर मिलेंगे। जिनके लिए लगातार वे प्रयासरत भी हैं।


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