छपरा- प्रशासनिक सख्ती का असर बालू माफियाओं पर दिखने लगा है. सबसे अधिक असर बालू माफियाओं के साथ विभाग के अधिकारियों पर भी दिख रहा है, जो लगातार बालू माफियाओं के विरुद्ध छापेमारी एवं जांच अभियान चलाकर राजस्व संग्रह में जुटा हुआ है और माफियाओं को सीधे तौर पर संदेश भी दिया जा रहा है कि अब प्रशासन की चलेगी माफियाओं की नहीं. जिलाधिकारी अमन समीर और एसपी डॉक्टर कुमार आशीष के निर्देश पर बीते 48 घंटे में अवैध खनन, परिवहन एवं भंडारण के खिलाफ कार्रवाई को लेकर एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया था. जिसमें खनन विभाग एवं परिवहन विभाग के पदाधिकारी संयुक्त रूप से टीम में शामिल थे. टीम के द्वारा 48 घंटे के अंदर कार्रवाई करते हुए 32 लाख रुपए राजस्व वसूली किया है. इतना ही नहीं 7 से अधिक छापेमारी और 7 एफ आई आर दर्ज किया गया है.
एक्शन मोड में प्रशासन
जानकारी हो कि जिलाधिकारी अमन समीर लगातार खनन विभाग के कार्यों की मॉनीटरिंग कर रहे और उनका सख्त आदेश है की यदि जिले में लाल बालू का परिवहन,भंडारण और खनन की सूचना मिलती है तो संबंधित विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई होगी. इसका कुछ ऐसा असर हुआ कि हर दिन खनन विभाग और सभी थाना क्षेत्र के अधिकारी ताबडतुर छापेमारी कर रहे हैं. यही कारण है कि अब सड़कों पर ट्रैक्टरों की भाग दौड़ में भी कमी दिख रही है और अच्छी खासी राजस्व की भी वसूली हो रही है.
जिलाधिकारी का दो टूक
डीएम ने बालू के अवैध खनन और परिवहन को लेकर सख्त आदेश जारी किया है उन्होंने खनिज विकास पदाधिकारी एवं जिला परिवहन पदाधिकारी को एक अलग से व्हाट्सएप ग्रुप बनाने का निर्देश दिया था और उसी ग्रुप में छापेमारी दल सहित सभी थानाध्यक्ष अंचल पुलिस निरीक्षक अनुमंडल पदाधिकारी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पुलिस अधीक्षक को जोड़ने का निर्देश दिया था.इसके बाद लगातार हो रही कार्रवाई रंग ला रही है. जिला खनिज विकास पदाधिकारी ने बताया की डीएम के निर्देश पर बनाए गए टीम द्वारा कार्रवाई करते हुए राजस्व वसूली किया जा रहा है. खनन विभाग के द्वारा नए नियम के तहत सभी प्रकार के वाहनों पर शुल्क निर्धारित किया जा रहा है. इसके अलावा खनिज मूल्य का 25 गुणा तय है.
रिपोर्ट- संजय भारद्वाज