NALANDA: कोरोनावायरस महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए बिहार सरकार ने सभी शिक्षण संस्थानों को 11 अप्रैल तक पूर्णतः बंद रखने का निर्देश दिया है. इस दौरान बच्चों को ऑनलाइन के माध्यम से पढ़ाई करने की बात कही गई है. इसके अलावा कोचिंग संस्थानों को भी 11 अप्रैल तक बंद रखने का आदेश जारी किया गया है.
इसी संबंध में बिहारशरीफ के धनेश्वर घाट मोहल्ले में एक कोचिंग संचालक ने जिला शिक्षा पदाधिकारी पर आरोप लगाया गया है कि उन्होनें जबरन कोचिंग संस्थान में पहुंचकर अभद्र व्यवहार किया और फिर अपने साथ थाने ले गए. उन्होनें बताया कि वह सरकार की तरफ से जारी किए गए सभी नियमों का पालन कर रहे थे और क्लास में कोई बच्चा नहीं था. वह ऑनलाइन ही बच्चों से जुड़े हुए थे. ऐसे में बच्चों के सामने एक पदाधिकारी द्वारा इस तरह का अभद्र व्यवहार करना उचित नहीं है.
इस मामले में जब जिला शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार से बातचीत कर उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई तो उन्होनें गाली-गलौज के आरोप को खारिज करते हुए बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि धनेश्वर घाट में एक कोचिंग संचालक द्वारा कोचिंग खोलकर बच्चों को पढ़ाया जा रहा है. इसी सूचना के आलोक में पुलिस बल के साथ वह कोचिंग संस्थान पहुंचे थे. जिला शिक्षा पदाधिकारी के मुताबिक कोचिंग में कुछ बच्चे भी क्लास कर रहे थे. इसी को लेकर उन पर कार्रवाई की गई है. अगर कोई भी शिक्षण संस्थान सरकार के गाइडलाइन का पालन नहीं करते पकड़े जाएंगे तो उन पर डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी.