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BIHAR POLITICS: अजीत शर्मा ने दिया जदयू को ऑफर, महागठबंधन के साथ आकर करें विकास, बोले- पार्टी के अंदरखाने में जारी है खींचतान

BIHAR POLITICS: अजीत शर्मा ने दिया जदयू को ऑफर, महागठबंधन के साथ आकर करें विकास, बोले- पार्टी के अंदरखाने में जारी है खींचतान

BHAGALPUR: कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता और भागलपुर विधायक अजीत शर्मा ने दावा किया है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार के बाद जदयू में खींचतान का दौर जारी है। उन्होनें कहा कि जिस तरह से केंद्र से जदयू को दूसरी बार धोखा मिला है, ऐसे में जदयू के अंदरखाने में खींचतान शुरू हो गई है और बिहार बीजेपी से भी पार्टी के संबंध कुछ सही नहीं नजर आ रहे हैं।

भागलपुर से कांग्रेस विधायक ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार में जदयू के तीन लोगों को केंद्रीय मंत्री बनाए जाने की बात चल रही थी, लेकिन ऐन वक्त पर जदयू कोटे से सिर्फ आरसीपी सिंह को मंत्री बनाया गया। इसके बाद से ही पार्टी में विरोध के सुर बढ़ गए हैं। खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सार्वजनिक रूप से आऱसीपी सिंह को बधाई तक नहीं दी। पार्टी के कद्दावर नेता ललन सिंह भी मत्री पद नहीं मिलने की वजह से काफी नाराज चल रहे हैं। ठीक इसी तरह साल 2019 में केंद्र की सरकार बनने के बाद खबरें आई थी कि जदयू के 2-3 मंत्रियों को केंद्र में जगह मिलेगी। हालांकि साल 2019 में भी जदयू को एक ही मंत्री पद ऑफर किया गया था, जिसे मुख्यमंत्री ने अस्वीकार कर दिया था। पिछली बार की तरह इस बार भी जदयू के साथ धोखा हुआ, जिसका असर पार्टी के अंदरखाने में साफ तौर पर नजर आ रहा है। ललन सिंह दिल्ली जाकर वापस लौट आए। 

ललन सिंह की नाराजगी की खबरों के बाद ही उनको मनाने की कवायद तेज हो गई थी। कुछ दिनों पहले ललन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा के बीच बंद कमरे में घंटो वार्ता हुई थी। सीएम ने इसपर कुछ कहा भी नहीं। निश्चित तौर पर कहीं ना कहीं जदयू में कुछ हो रहा है। इसके बाद अजीत शर्मा ने जदयू को ऑफर देते हुए कहा कि जदयू अगर बिहार का विकास करना चाहे तो दोबारा महागठबंधन की सरकार में शामिल हो सकती है। महागठबंधन की सरकार में बिहार में विकास हुआ था। वहीं बीजेपी के राज में बिहार में विकास से ज्यादा राजनीति हो रही है। कोरोना में तो संक्रमितों का इलाज कैसे हुआ, यह जगजाहिर हो चुका है। ऐसी स्थिति में जदयू के लिए हमारे दरवाजे हमेशा खुले हैं और खुले दिल से स्वागत है।

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