PATNA : आज बिहार की सियासत में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जुबानी जंग चलती रही। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जहाँ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पर निशाना साधा। वहीँ सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार को सबसे बड़ा राजनीतिक कायर बता दिया। लगे हाथ उन्होंने राजद को भी नहीं छोड़ा। इशारों इशारों में कहा की मैं चोर का बेटा नहीं हूँ। जो चोर का बेटा हैं वे जाने।
हालाँकि वैशाली पहुंचे जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने जुबानी जंग तेज करते कह दिया की सम्राट चौधरी क्रेक हो गए हैं। उन्हें मानसिक इलाज की जरुरत है। कुछ भी बोलने से पहले सम्राट चौधरी को कांके में इलाज कराना चाहिए। उधर शाम होते राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्या ने भी इस विवाद में इंट्री मार दी।
उन्होंने सम्राट चौधरी पर निशाना साधते हुए कहा की कुत्ते की दुम को सालों भी सीधी नली में रखो,तब भी टेढ़ी ही रहती है। यहीं कहावत इस व्याकुल और संस्कारहीन इंसान पे सटीक बैठती है। व्याकुलता और दुस्साहस तो देखिए इसका। जिन्होंने इस नमक हराम को सामाजिक और राजनीतिक पहचान दिया। आज उन्हीं का नाम बदनाम कर अपनी राजनीतिक दुकान चमकाने का गंदा और घिनौना खेल खेल रहा है। ये मुरेठा नहीं गले में पट्टा बांधकर गोधरा के नरभक्षी के इशारे पर बिहार की राजनीति को कलंकित कर रहा है।
जिसका सोशल मीडिया में जवाब देते हुए सम्राट चौधरी ने कहा की यह बहन रोहिणी का जवाब नहीं है बल्कि यह लालू यादव की मानसिकता का उद्गार है। लालू प्रसाद यादव ने 30 वर्षों तक लव-कुश समाज को गाली देने का काम किया है।
विवेकानंद की रिपोर्ट