LUCKNOW : बिहार में दो दर्जन के करीब अपराधिक मामलों में शामिल रहे मोस्ट वांटेड क्रिमिनल व रेलवे के ठेकेदार वीरेंद्र की यूपी के लखनऊ में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। बताया गया कि यूपी की राजधानी लखनऊ में पुलिस की वर्दी में आए बदमाशों ने दिनदहाड़े बिहार के मोस्ट वांटेड अपराधी को गोली मारी है। उस दौरान पत्नी और बच्चों को दूसरे कमरे में बंधक बना लिया था। यही नहीं, मृतक की सुरक्षा में तैनात गार्ड भी मौके से फरार हो गए। पुलिस सीसीटीवी की मदद से बदमाशों को तलाश रही है।
रेलवे की ठेकेदारी का करता था काम
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार लखनऊ के कैंट थाना क्षेत्र के नीलमत्था में रहने वाले वीरेंद्र रेलवे में ठेकेदारी का काम करता था। पहली बीवी से तलाक के बाद उसने दूसरी शादी की थी। दूसरी बीवी और पहली बीवी से हुए तीन बच्चों के साथ वह नीलमत्था में रहता था. घटना के दिन वीरेंद्र अपनी दूसरी पत्नी खुशबू तारा और 2 बच्चोंके साथ घर पर मौजूद था. घर मेंगार्ड भी मौजूद थे।
सिर व गर्दन में मारी गोली
इसी दौरान शनिवार को 4 बदमाश पुलिस वर्दी में ठेकेदार के घर आए। जैसे ही गार्ड ने दरवाजा खोला तो बदमाशों ने उसे धमकाया। फिर सीधे ठेकेदार के कमरे में गए. वहां मौजूद ठेकेदार की पत्नी और बच्चों को दूसरे कमरे में ले जाकर बंधक बना लिया। बदमाशदोबारा ठेकेदार के कमरे में आए और उसकेसिर व गर्दन में गोली मार दी। गोली लगते ही ठेकेदार की मौके पर मौत हो गई।
पूरी योजना बनाकर आए थे हत्यारे
घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी भी मौके से फरार हो गए. लेकिन जाते-जाते घर में लगे सीसीटीवी का डीवीआर निकालकर भी ले गए ताकि किसी को सबूत ना मिल सके। चार में दो बदमाशों ने पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी और दो सादी वर्दी में थे. वे सभी मारुतिकार में सवार होकर ठेकेदार के घर तक आए थे। घर से करीब 500 मीटर दूर ही उन्होंने गाड़ी पार्क कर दी थी। पुलिस को यह जानकारी इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर मिली। वहीं जिस तरह से इस घटना को अंजाम दिया गया है। उसके बाद यह माना जा रहा है कि इसकी पूरी प्लानिंग बनाई गई थी। वहीं हत्या का कारण रेलवे के ठेकेदारी को बताया जा रहा है।
तीन साल पहले भी हो चुकी थी मारने की कोशिश
पुलिस के मुताबिक, इससे पहले 2019 में वीरेंद्र को हनीट्रैप में फंसाकर मारने की कोशिश की गई थी। उसके विरोधी ठेकेदार ने अपनी बेटी से वीडियो कॉल करवाकर उसे हनीट्रैप में फंसाया था। इसके बाद दो लड़कियों को भेजकर उसे चारबाग के होटल में बुलाया गया। वीरेंद्र होटल पहुंचता, इसके पहले ही छोटी लाइन के पास उसे गोली मार दी गई। गोलियां उसकी रीढ़ की हड्डी में लगी और वहअपाहिज हो गया। इस केस में पुलिस ने दो महिलाओं और गोली मारने वाले एक इंजीनियरिंग छात्र को कोलकाता से गिरफ्तार किया था।
बिहार में दो दर्जन केस में था आरोपी
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के मुताबिक, वीरेंद्र रेलवे के स्टैंड के ठेके लेता था। कोलकता से लेकर यूपी तक उसके पास करोड़ों के ठेके उसके पास थे। वहबिहार पुलिस का मोस्ट वांटेड अपराधी भी था। बिहार में उसके खिलाफ 23 मुकदमे दर्ज थे। चारबाग स्टेशन के एक ठेके को लेकर 2019 में उसका विवाद भी हुआ था।