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BJP ने चिराग को मना लिया....मंगल पांडेय साथ लेकर निकले, JP नड्डा से हुई फाइनल बात

BJP ने चिराग को मना लिया....मंगल पांडेय साथ लेकर निकले, JP नड्डा से हुई फाइनल बात

PATNA: एनडीए में सीट शेयरिंग का मामला सुलझता हुआ दिख रहा है. भाजपा अपने सहयोगी दलों से सीट शेयरिंग पर लगातार बातचीत कर रही है. बताया जाता है कि लोजपा रामविलास सुप्रीमो चिराग पासवान मान गए हैं. भाजपा के वरिष्ठ नेता मंगल पांडेय दिल्ली स्थित चिराग पासवान के आवास पहुंचे और उन्हें अपने साथ ले गए हैं. चिराग पासवान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिले. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात के बाद चिराग पासवान ने कहा कि एनडीए के सदस्य के रूप में आज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बैठक में हमने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए बिहार में सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया है। उचित समय आने पर इसकी सूचना दी जाएगी।

विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि भाजपा ने चिराग पासवान की डिमांड को बीजेपी ने पूरी कर दी है. जानकार बताते हैं कि लोजपा के खाते में लोकसभा की पांच सीटें दी जा सकती हैं. वहीं पशुपति कुमार पारस के लिए बीजेपी दूसरा विकल्प तलाश रही है. लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के लिए निकलने से पहले चिराग पासवान ने मां के पैर छूए. अपनी मां से आशीर्वाद लेकर वे भाजपा के वरिष्ठ नेता मंगल पांडेय के साथ घर से निकले। कोशिश की जा रही थी कि चाचा-भतीजे के बीच जारी गतिरोध को खत्म किया जा सके. भाजपा नेतृत्व ने इस काम के लिए मंगल पांडेय को बड़ी जिम्मेदारी दी थी. एक दिन पहले ही मंगल पांडेय ने पशुपति पारस से भी मुलाकात की थी। सबसे बड़ी जिच हाजीपुर संसदीय सीट को लेकर है. केंद्रीय मंत्री पारस किसी कीमत पर यह सीट छोड़ने को तैयार नहीं, जबकि चिराग पासवान हाजीपुर सीट की ही डिमांड कर रहे हैं. भाजपा कई दिनों से चाचा - भतीजे के बीच चल रही इस जंग को खत्म करने की कोशिश में जुटी थी, जिसमें आज सफळता मिली है.   


एनडीए में सीट शेयरिंग का मामला सुलझता हुआ दिख रहा है. भाजपा अपने सहयोगी दलों से सीट शेयरिंग पर लगातार बातचीत कर रही है. बताया जाता है कि लोजपा रामविलास सुप्रीमो चिराग पासवान मान गए हैं. भाजपा के वरिष्ठ नेता मंगल पांडेय दिल्ली स्थित चिराग पासवान के आवास पहुंचे और उन्हें अपने साथ ले गए हैं. चिराग पासवान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने गए हैं. विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि भाजपा ने इस मसले को सुलझा लिया है. चिराग पासवान की डिमांड को बीजेपी ने पूरी कर दी है. जानकार बताते हैं कि लोजपा के खाते में लोकसभा की पांच सीटें दी जा सकती हैं. वहीं पशुपति कुमार पारस के लिए बीजेपी दूसरा विकल्प तलाश रही है. 

लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के लिए निकलने से पहले चिराग पासवान ने मां के पैर छूए. अपनी मां से आशीर्वाद लेकर वे भाजपा के वरिष्ठ नेता मंगल पांडेय के साथ घर से निकले। कोशिश की जा रही है कि चाचा-भतीजे के बीच जारी गतिरोध को खत्म किया जा सके. भाजपा नेतृत्व ने इस काम के लिए मंगल पांडेय को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। एक दिन पहले ही मंगल पांडेय ने पशुपति पारस से भी मुलाकात की थी। सबसे बड़ी जिच हाजीपुर संसदीय सीट को लेकर है. केंद्रीय मंत्री पारस किसी कीमत पर यह सीट छोड़ने को तैयार नहीं, जबकि चिराग पासवान हाजीपुर सीट की ही डिमांड कर रहे हैं. भाजपा कई दिनों से चाचा - भतीजे के बीच चल रही इस जंग को खत्म करने की कोशिश कर रही है.  



क्या भाजपा ने राधामोहन सिंह के उम्मीदवार बनाए जाने की घोषणा की ? 

कहा जा रहा है कि भाजपा के रणनीतिकार सीटिंग सांसदों के परफॉर्मेंस का आकलन कर ही आगे का निर्णय  ले रहे हैं. सोमवार को दिल्ली में भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई थी. बैठक में प्रधानमंत्री मोदी भी शामिल हुए। बैठक के बाद जो खबरें आई हैं, उसके अनुसार भाजपा ने अपने उम्मीदवारों के चयन का काम लगभग पूरा कर लिया है. उम्मीदवार चयन को लेकर कई बिंदुओं पर मंथन हुआ, इसके बाद ही निष्कर्ष पर पहुंचा गया है. सूत्र बताते हैं कि इस बार भाजपा यह तय कर चुकी है कि उन्हें जिताऊ उम्मीदवार चाहिए। नए और युवा चेहरे को भी मौका दिए जाने की बात है. अगर इस फार्मूले से उम्मीदवारों का चयन हुआ तो नन परफॉरमर और उम्रदराज सांसदों का पत्ता साफ हो सकता है. इसी बीच मंगलवार को मोतिहारी संसदीय क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार को लेकर सोशल मीडिया में बड़े-बड़े दावे किए गए. भाजपा के स्थानीय नेताओं ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सीटिंग सांसद राधामोहन सिंह के फिर से उम्मीदवार बनाए जाने की जानकारी दी. इसके बाद राधामोहन सिंह के इर्द-गिर्द रहने वाले नेताओं ने बधाई देना शुरू किया. यह सिलसिला देर रात तक चलते रहा. कहा गया कि राधामोहन सिंह का एक बार फिर से टिकट फाइनल हो गया है. इस संबंध में नेतृत्व की तरफ से फोन भी आया है. जिन लोगों ने सोशल मीडिया पर राधामोहन सिंह के भाजपा उम्मीदवार होने की जानकारी दी, इनमें सीटिंग सांसद के करीबी पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता भी शामिल थे. 

BJP के अन्य सीटिंग सांसदों को अब तक नहीं आया फोन ?

बड़ा सवाल यही है कि क्या भाजपा नेतृत्व ने सिर्फ राधामोहन सिंह का टिकट फाइनल किया है या अन्य सांसदों का भी ? क्यों कि टिकट कंफर्म होने की बधाई तो सिर्फ राधामोहन सिंह को ही मिल रही है. जब नेतृत्व ने अभी कोई ऐलान ही नहीं किया है तो फिर भाजपा नेता सोशल मीडिया पर बधाई संदेश क्यों दे रहे ? क्या इसके पीछे भी कोई राजनीति है ?  अब देखने वाली बात होगी कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व इस बार पूर्वी चंपारण ( मोतिहारी) संसदीय सीट पर राधामोहन सिंह पर ही भरोसा करती है या फिर किसी नए चेहरे को चुनावी मैदान में उतारती है.  

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