PATNA: बिहार पुलिस महिलाओं से रेप की घटना होने के बाद दबाने का भरपूर प्रयास करती है।पुलिस भरसक कोशिश करती है कि केस दर्ज नहीं हो।एक ऐसे हीं मामले का बीजेपी सांसद ने पर्दाफाश किया है।बीजेपी सांसद के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने केस दर्ज किया।
मामला औरंगाबाद का है जहां के बीजेपी सांसद सुशील कुमार सिंह के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने रेप पीड़िता का केस दर्ज किया है।बीजेपी सांसद ने सोशल मीडिया पर यह जानकारी दी है।बीजेपी सांसद ने बिहार पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाया है और गुस्सा भी प्रकट किया है।
उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र औरंगाबाद में गया जिले के इमामगंज थाने में 11 अक्टूबर को हुई रेप की घटना का संदर्भ देते हुए कहा कि 1 अक्टूबर को एक बच्ची के साथ घटना घटी जिसके बाद पीड़ित लड़की 2-2 बार थाने गयी, लेकिन फिर भी पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। सांसद ने कहा कि 30 नवंबर को हमने वरीय पुलिस अधीक्षक को अनुशंसा की है और फोन पर बात की.तब जाकर प्राथमिकी तो दर्ज हुई है, लेकिन थानाध्यक्ष का निलंबित नहीं हुआ।
बीजेपी सांसद सुशील सिंह ने कहा कि ऐसी घटनाओं से लोगों का कानून से विश्वास घटेगा. उन्होंने पुलिस को भी कठघरे में खड़ा करते हुए कहा, जब तक पुलिस कर्तव्य के प्रति ज़िम्मेदार नहीं होगी तब तक अपराधियों में पुलिस के प्रति भय पैदा नहीं होगा।