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छपरा में स्ट्रांग रूम के समीप से ईवीएम मिलने की फैली अफवाह,जानिए क्या है सच्चाई...

छपरा में स्ट्रांग रूम के समीप से ईवीएम मिलने की फैली अफवाह,जानिए क्या है सच्चाई...

PATNA: छपरा में सोमवार की शाम स्ट्रांग रूम के समीप से ईवीएम मिलने की अफवाह फैल गयी। यह खबर जंगल में आग की तरह फैल गयी।सिर्फ छपरा हीं नही बल्कि राजधानी पटना तक यह खबर बड़ी तेजी से वायरल हो गयी। सोशल मीडिया पर तेजी से यह खबर फैली कि प्रशासन ईवीएम के साथ घालमेल कर रहा है। राजद के कई नेताओं ने अपने-अपने ट्वीटर अकाउंट से ट्वीट और रिट्वीट भी किया। राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने भी इस खबर को रिट्वीट किया। राजद के नेता आनन-फानन में बैठक भी करने लगे।

न्यूूज4नेशन के हाथ लगा वो पत्र..

लेकिन न्यूज4नेशन आपको पूरी सच्चाई से अवगत करा रहा है। न्यूज4नेशन के पास वह पत्र है जिसमें यह उल्लेख किया गया है कि जिस ईवीएम को राजद के नेता गलत बता रहे हैं वह दरअसल मतगणना प्रशिक्षण को लेकर एलएनबी उच्च विद्धालय ले जाया गया था। प्रशिक्षण के बाद उक्त ईवीएम को गाड़ी में रखकर सदर प्रखंड़ स्थित वेयर हाउस ले जाया जा रहा था। इस दौरान वहां के बीडीओ ईवीएम गाड़ी के साथ-साथ चल रहे थे।

राजद प्रत्याशी के चुनाव अभिकर्ता संतुष्ट

 उक्त पत्र में स्थानीय सदर एसडीओ के साथ-साथ छपरा के राजद प्रत्याशी चंद्रिका राय के चुनाव अभिकर्ता लाल बाबू यादव के हस्ताक्षर हैं।उक्त पत्र में यह उल्लेख है कि तमाम ईवीएम प्रशिक्षण के बाद सदर प्रखंड स्थित वेयर हाउस ले जाया जा रहा था।राजद उम्मीदवार के चुनाव अभिकर्ता ने उक्त पत्र में लिखा है कि इस प्रक्रिया से वे पूर्णतया संतुष्ट हैं और पुरे पारदर्शी तरीके से निर्वाचन का संचालन किया जा रहा है।उक्त पत्र में छपरा के निर्वाची पदाधिकारी के अलावे प्रभारी पदाधिकारी ईवीएम कोषांग के अलावे युवा राजद के जिलाउपाध्यक्ष संजय कुमार के भी हस्ताक्षर हैं।उक्त पत्र में राजद प्रत्याशी के चुनाव अभिकर्ता ने किसी तरह की गड़बड़ी को सिरे से खारिज किया है और अधिकारियों के सामने संतुष्टि पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।

देखिए पत्र..

आपको बता दैं कि सोमवार की शाम करीब 6 बजे एक गाड़ी पर ईवीएम को वेयरहाउस ले जाते समय राजद कार्कर्ताओं ने घेर लिया था।राजद कार्यकर्ता यह आरोप लगा रहे थे कि गड़बड़ी के मकसद से उक्त ईवीएम को स्ट्रांग रूम में ले जानें की योजना थी।लेकिन जांच के बाद आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद निकला।

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