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'नड्डा' की नसीहत का चिराग पासवान पर दिख रहा असर! पटना पहुंचने पर LJP सुप्रीमो के बदले सुर और साध ली चुप्पी

'नड्डा' की नसीहत का चिराग पासवान पर दिख रहा असर! पटना पहुंचने पर LJP सुप्रीमो के बदले सुर और साध ली चुप्पी

PATNA: बिहार में चुनावी साल में सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के दो घटक दल आमने-सामने हैं. लोजपा और जदयू के बीच तलवारें खिचीं हुई है. कुछ महीनों से सीएम नीतीश को लेकर चिराग पासवान के तेवर तल्ख रहे हैं।कोरोना संकट पर चिराग पासवान की तरफ से सवाल उठाए जाने के बाद जेडीयू ने आपा खो दिया।चिराग को जवाब देने के लिए नीतीश कुमार ने अपने सबसे विश्वस्त सहयोगी ललन सिंह को मैदान में उतार दिया।इसके बाद तो जेडीयू-लोजपा के बीच लड़ाई सार्वजनिक हो गई।

क्या नड्डा की नसीहत का है असर?

एनडीए की सहयोगी जेडीयू के आक्रामक होने के बाद लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान ने गुरूवार को दिल्ली में सबसे बड़ी सहयोगी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की।बताया जाता है कि चिराग पासवान ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से जेडीयू की शिकायत की।जेडी नड्डा से मुलाकात में चिराग पासवान ने बिहार विस चुनाव पर चर्चा की।जानकार बताते हैं कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चिराग पासवान को नसीहत भी दी है और जेडीयू से रिश्ते सुधारने की बात की. जेपी नड्डा और चिराग पासवान के बीच मुलाकात का असर भी लोजपा सुप्रीमो पर देखने को मिला।अगले दिन यानि शुक्रवार की शाम चिराग पासवान पूरी गोपनीयता बरतते हुए पटना पहुंचे और सीधे आवास पहुंच गए।इस दौरान वे जेडीयू सांसद ललन सिंह को अपना अभिभावक बताया। अगले दिन उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई।बैठक से पहले और बैठक के बाद भी चिराग पासवान पूरी तरह से चुप्पी साधे रहे। वे पूरी तरह से मीडिया से दूरी बनाते दिखे।मीटिंग से पहले उनकी पूरी कोशिश थी कि मीडिया से उनकी मुलाकात न हो।मीटिंग खत्म होने के बाद भी वे चुपचाप गाड़ी में बैठ कर चले गए। जब सुप्रीमो ने ही चुप्पी साध ली तो पार्टी का अन्य कोई भी नेता जेडीयू को लेकर बहुत कुछ बोलने की स्थिति में नहीं है। 

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चिराग बहुत जल्द संसदीय बोर्ड की बुलायें बैठक 

पहली बार बिना सूचना के पटना आने और अचानक बैठक बुलाने को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थी। माना जा रहा था कि चिराग चुनाव को लेकर कुछ अहम फैसला ले सकते हैं।लोजपा सुुप्रीमो ने पार्टी कार्यालय में लोजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ गुप्त बैठक की।चिराग ने बैठक में अपने नेताओं के साथ वर्तमान राजनीतिक हालात और जेडीयू के साथ रिश्तों पर चर्चा की। चिराग पासवान ने नेताओं से उनकी राय मांगी और आगे की रणनीति पर बात हुई।कई नेताओं ने गठबंधन छोड़ने या रहने पर अपनी अलग-अलग राय दी.इसके बाद चिराग पासवान ने कहा कि बहुत जल्द पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई जाएगी. उसी बैठक में तय होगा कि आगे क्या करना है।चिराग पासवान ने आज की बैठक में कोरोना और बिहार में बाढ़ की स्थिति पर भी चर्चा की । जानकारी मिली है कि चिराग पासवान से अपने वरिष्ठ नेताओं को आगे किसी भी निर्णय के लिए तैयार रहने को कहा है। जानकार बताते हैं कि चिराग पासवान की चुप्पी के पीछे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की नसीहत ही है।

 पप्पू यादव-चिराग में मुलाकात

चिराग पासवान के शुक्रवार की शाम पटना पहुंचने के बाद पप्पू यादव उसे मिलने पहुंच गए।लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान और पूर्व सांसद पप्पू यादव के बीच मुलाकात हुई. दोनों नेताओं के बीच मुलाकात करीब 3 घंटे चली।चिराग पासवान के आवास पर ही पप्पू यादव पहुंचे और दोनों नेताओं में लंबी बातचीत हुई है।दोनों नेताओं के बीच बिहार की वर्तमान राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई। 

जेडीयू ने चिराग को बताया था कालिदास

बता दें कि चिराग पासवान बिहार की नाकामियों को लगातार उठाते रहे हैं।वे कई ऐसे मुद्दे उठाए हैं जिससे नीतीश सरकार परेशान हो गई।कोरोना जांच को लेकर चिराग पासवान के सवाल पर सीएम नीतीश सीधे बिफर गए और अपने सबसे करीबी सांसद ललन सिंह को मैदान में उतार दिया था।ललन सिंह ने चिराग पासवान पर सीधा वार करते हुए कहा था कि वे कालिदास हैं,जिस डाली पर बैठे हैं उसी को काट रहे हैं।इसके बाद जेडीयू-एलजेपी के बीच जारी विवाद परवान पर है।

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