PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता दरबार में लोगों की शिकायत सुन रहे हैं। CM आज शिक्षा,स्वास्थ्य,समाज कल्याण विभाग समेत कई अन्य विभागों की शिकायत सुन रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक शिक्षक से कहा कि अब नियोजित शिक्षक मत कहिए वो भी शिक्षक ही हैं। हमने नियोजित शिक्षक से नियोजित शब्द हटा दिया है। वहीं एक युवती ने सीएम नीतीश कुमार से कहा कि हम स्नातक पास कर गये हैं। इसके बाद भी प्रोत्साहन राशि नहीं मिली। इस पर मुख्यमंत्री ने आश्चर्य जताया। सीएम नीतीश ने तुरंत शिक्षा मंत्री को बुलाया। भागे-भागे शिक्षा मंत्री विजय चौधरी और मुख्य सचिव मुख्यमंत्री के पास पहुंचे। एक युवक ने सीएम नीतीश के जनता दरबार में कहा कि लोन देने में हम सक्षम नहीं। स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के तहत जो लोन लिये उसे माफ किया जाये।
सीएम ने शिक्षा मंत्री को लगाया फोन
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षा मंत्री विजय चौधरी को फोन लगाया। उन्होंने शिक्षा मंत्री से कहा कि एक लड़का आया है जो स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत लोन लिया है। यह लोन देने में सक्षम नहीं। हमने तो कई बार कहा ही है कि जो लोग लोन देने में सक्षम नहीं उनका लोन माफ कर देंगे। ऐसे में इस युवक के आवेदन को देखिए।
शिक्षा मंत्री व मुख्य सचिव हुए हाजिर
एक युवती ने सीएम नीतीश कुमार से कहा कि हम स्नातक पास कर गये हैं। इसके बाद भी प्रोत्साहन राशि नहीं मिली। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अरे भाई देखिए.....इसे प्रोत्साहन राशि अभी तक नहीं दी गई है। इस पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि हम इस मामले को अलग से दिखवा लेते हैं.
अरवल के एक शिक्षक ने सीएम नीतीश से की शिकायत
दरअसल, अरवल से आये एक शिक्षक ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में शिकायत दर्ज कराई की हम नियोजित शिक्षक हैं और अन्यत्र कहीं स्थानांतरित कर दिया गया है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अब आप नियोजित शिक्षक नहीं हैं बल्कि शिक्षक हैं। मुख्यमंत्री ने शिक्षक की शिकायत पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इस मामले को देखने को कहा।