PATNA: अरुणाचल प्रदेश में जदयू के 7 में से 6 विधायकों के भाजपा के हाथों तोड़ने का असर बिहार में भी पड़ा था। पटना में रहने के बाद भी सीएम नीतीश कुमार केंद्रीय मंत्री और पटना के भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद की माता के निधन पर मातम-पुर्सी के लिए उनके घर नहीं गए थे। मुख्यमंत्री का भाजपा नेता के घर नहीं जाने के बाद ये कयास लगाये जाने लगे थे कि ये अरूणाचल प्रदेश का साइड इफेक्ट है। रविशंकर प्रसाद की मां का आज श्राद्ध कर्म है। लिहाजा मुख्यमंत्री इस बार उनके आवास पहुंच गए। अब यह कहा जा रहा है कि बीजेपी-जेडीयू के रिश्तों में जो तल्खी थी उसमें कमी आई है। लिहाजा मुख्यमंत्री भाजपा नेता के घर पहुंच गए।
जेडीयू के कई नेता भी पहुंचे रविशंकर के आवास
सीएम नीतीश कुमार के साथ-साथ जेडीयू के कई नेता भी रविशंकर प्रसाद के आवास पहुंचे हैं। जबकि 24 दिसंबर को केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की मां विमला प्रसाद का निधन हुआ तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पटना में रहते हुए उनके आवास जाना मुनासिब नहीं समझा था। नीतीश कुमार की बात छोड़िए जेडीयू का कोई नेता भी मातमपूर्सी के लिए रविशंकर प्रसाद के आवास नहीं गए।
भाजपा के कई बड़े नेता पटना पहुंचे
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना के भाजपा सांसद व केंद्रीय रविशंकर प्रसाद के घर जाकर माता के तेैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित किया । राज्यपाल फागू चौहान समेत कई बड़े नेता रविशंकर प्रसाद की माता के श्राद्ध कर्म में पटना पहुंचे हैं.
दोनों दलों में तल्खी हुई कम
बता दें, बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भाजपा-जेडीयू के बीच की तल्खी साफ-साफ दिख रही थी। कुछ दिन पहले सीएम नीतीश ने यह कहकर सनसनी फैला दी थी कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भाजपा लिस्ट ही नहीं दे रही। इसी वजह से मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो पा रहा है। उसके बाद जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नये अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने भाजपा पर सीधे तौर पर हमला बोला था और कहा था कि बीजेपी ने पीठ में छूरा घोंपने का काम किया है।हालांकि आज बीजेपी के बिहार प्रभारी भूपेन्द्र यादव ने जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह से मुलाकात की है। बैठक के बाद दोनों दल के नेताओं ने कहा कि बिहार की सरकार पर कोई संकट नहीं है और पूरे पांच साल एनडीए की सरकार चलेगी।