PATNA : प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बहुत ही खराब हो गई है। हत्या, लूट, छेड़खानी, और रेप की घटनाएं पिछले कई महीनों से लगातार हो रही है। वहीं धीरे-धीरे बिहार मॉब लिचिंग का हब बनता जा रहा है। आपराधिक घटनाओं के कारण प्रदेश के नीतीश सरकार के कानून के राज पर सवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं विपक्ष लगातार हमला कर रहा है कि आपराधियों का मनोबल इन दिनों काफी बढ़ा हुआ दिखता है। उसका कहना है कि जिस तरह से घटनाएं हो रही हैं चाहे लूटपाट की बात हो, डकैती, हत्या या छेड़खानी की बात हो, सभी घटनाओं में इजाफा हुआ है। वीआईपी से लेकर आम जनता तक अपराधियों के निशाने पर हैं और इस तरह की अपराधिक घटनाएं सुशासन के दावों की हवा निकाल रहे हैं।
सभी जिलों की ली जाएगी रिपोर्ट
प्रदेश में बढ़ते आपराधिक घटनाओं और विपक्ष के हमले से सरकार भी परेशान है और इसीलिए मुख्यमंत्री के स्वस्थ होने के बाद मुख्यमंत्री ने फिर से बैठक बुलाई है। जिसमें अधिकारियों को कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव उपाय करने के निर्देश दिए जाएंगे। वहीं, हिदायत भी दी जाएगी कि पिछली बार जो टारगेट दिया था उस पर कितना अमल हुआ। मुख्यालय से लेकर जिला स्तर तक की रिपोर्ट भी ली जाएगी।
सीएम आवास पर होगी बैठक
मुख्यमंत्री आवास 1 अण्णे मार्ग में इसको लेकर बैठक होगी। इसमें मुख्यालय के सभी बड़े अधिकारी मौजूद रहेंगे तो वहीं वीसी के माध्यम से नीतीश कुमार जिलों के अधिकारियों से रूबरू होंगे। जिन जिलों में अपराध की घटनाएं अधिक हुई हैं वहां के अधिकारियों की क्लास भी लगाई जा सकती है।
बता दें कि कानून व्यवस्था को लेकर सीएम की आलाधिकारियों के साथ बैठक 4 सितंबर को होनी थी, लेकिन मुख्यमंत्री के अस्वस्थ रहने के कारण यह बैठक स्थगित कर दी गई थी। अब उनके स्वस्थ होने के बाद फिर से यह बैठक हो रही है।