पटना- मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक के अनुसार मानसून की समाप्ति के बाद ठंड के आगमन में लगभग 40 दिन लग ही जाते हैं। इस बार भी मानसून के देर तक टिकने से ठंड के आगमन में एक से सवा महीने की देरी हुई। पछुआ हवाओं का प्रभाव फिर से बनता दिख रहा है, जिससे न्यूनतम और अधिकतम तापमान में तेजी से कमी आएगी। शुक्रवार को पटना में सुबह घना कोहरा देखा गया. बाकी जगहों पर आंशिक कोहरे की स्थिति रही। दिसंबर का तीसरा हफ्ता गुजर रहा है ,बिहार में ठंड ने अपना रंग दिखाना शुरु कर दिया है। बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात के चलते ठंड बढ़ना शुरु हो गया है। पिछले हफ्ते जैसे ही पछुआ का प्रभाव शुरू हुआ और प्रदेश के।अधिकतर जिलों में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में गिरावट आई, उसी बीच बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवात विकसित हुआ। इसके प्रभाव से दो दिन पहले राज्य में आंशिक रूप से बादल छाये रहे और न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हो गई।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक राजधानी समेत प्रदेश में 15 दिसंबर के बाद तापमान में गिरावट के साथ ठंड में थोड़ी वृद्धि की संभावना है। प्रदेश के औसत न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री की गिरावट के साथ ठंड में वृद्धि होगी। आने वाले दिनों में प्रदेश के तापमान में क्रमिक गिरावट के साथ कड़ाके की ठंड पड़ेगी। पटना का न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया