BUXAR : बिहार में बक्सर का यह नजारा इंसानियत और सरकार दोनों के लिए शर्मसार करनेवाला है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय का यह दावा भी बक्सर में फेल हो गया, जिसमें उन्होंने कहा था कि किसी को भी एंबुलेंस की जरुरत पड़े तो वो 104 पर कॉल करे और 30 मिनट के अंदर उसके पास एंबुलेंस पहुंच जायेगी। लेकिन लगता है मंत्री जी की यह बात बक्सर जिले के पुलिसकर्मियों को नहीं पता।
लावारिस लाश की फजीहत
तभी तो उन्होंने एक लाश के अंतिम संस्कार के लिए एंबुलेंस और अर्थी की जगह जेसीबी ही हायर कर लिया। माना कि वो लाश लावारिस है, उसका कोई वारिस नहीं तो क्या आप लावारिस लाश को श्मशान घाट तक कूड़े-कचरे की तरह ढोकर ले जाइएगा...हद है बिहार के पीपुल फ्रेंडली पुलिसिंग की। सरकार ने बाजाप्ता लावारिस शवों के अंतिम संस्कार के लिए योजनाएं बना डाली हैं।
एसपी ने दिया जांच का आदेश
इसके लिए अलग से राशि आवंटित है, उसके बावजूद ऐसा नजारा देखने को मिलता है। यह सीधे-सीधे लापरवाही और इग्नोरेंस का मामला है। बहरहाल जब मीडिया में खबर चलने लगी तो एसपी साहब का रटा-रटाया बयान भी आ गया। एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा ने कहा कि जांच के बाद इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होगी।
6 दिनों से शव पड़ा था अस्पताल में
दरअसल एक लाश पिछले 6 दिनों से अंतिम संस्कार के इंतजार में बक्सर के पुराने सदर अस्पताल के एक कमरे की जमीन पर पड़ी थी। जब न्यूज4नेशन के संवाददाता ने इस लाश के बाबत अस्पतालकर्मियों से पूछा तो पोस्टमॉर्टमकर्मी जमुना राम ने बताया कि नगर थाना की पुलिस ने इसे पोस्टमॉर्टम के लिए यहां भेजा है लेकिन पोस्टमॉर्टम के 6 दिन बाद भी शव का सुध लेने वहां कोई नहीं पहुंचा जिसके कारण लाश सड़ने-गलने लगी थी।
जेसीबी के बॉक्स में शव
बाद में यह पूरा मामला एसपी तक पहुंचा और उन्होंने पुलिसकर्मियों को लाश का अंतिम संस्कार करने के लिए आदेश दिया। एसपी का आदेश मिलते ही थाना के पुलिसकर्मी एक्शन में आये और आनन-फानन में शव को कूड़े की तरह उठाकर जेसीबी के बॉक्स में डाल दिया। वीडियो में आप खुद यह नजारा देख सकते हैं।
संवेदनहीन पुलिसकर्मियों पर कब होगी कार्रवाई
बहरहाल अब यह देखने वाली बात होगी कि एसपी साहब संवेदनहीन पुलिसकर्मियों पर क्या कार्रवाई करते हैं क्योंकि कुछ महीने पहले ही विश्वामित्र की इस पावन धरती पर बक्सर जीआरपी द्वारा भी कुछ इसी तरह से शव के साथ खिलवाड़ किया गया था और उस वक्त भी रेल एडीजी ने दोषियों पर कार्रवाई की बात कही थी लेकिन अभी तक किसी भी दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई है।
बक्सर से संजय उपाध्याय की रिपोर्ट