PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पिता कविराज राम लखन सिंह को स्वाधीनता सेनानी का दर्जा देने का मामला अब विवाद में घिर गया है। बिहार के पूर्व आईपीएस ने बिहार कैबिनेट के इस फैसले को स्वाधीनता सेनानी घोटाला करार देते हुए राज्यपाल से मामले में दखल देने की मांग की है।
भारतीय पुलिस सेवा से वालयंटरी रिटायरमेंट ले चूके अमिताभ कुमार दास ने बिहार के राज्यपाल फागू चौहान को एक लैटर लिखा है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि मैं इतिहास का छात्र रहा हूं। देश की आजादी में पिछले कई सालों से कविराज राम लखन सिंह का योगदान को लेकर जानकारी ढूढ़ने की कोशिश कर रहा हूं। लेकिन उनके योगदान की जानकारी नहीं मिली। यहां तक कि गुगल भी उनके बारे में कोई जानकारी नहीं दे सका।
जबरदस्ती बना रहे स्वाधीनता सेनानी
आईपीएस अमिताभ कुमार दास ने अपने लैटर में इसे स्वाधीनता सेनानी घोटाला बताया है। उन्होंने लिखा है कि ऐसा प्रतीत होता है कि मुख्यमंत्री के पिता को जबरदस्ती स्वाधीनता सेनानी बनाया जा रहा है।
राज्यपाल मांगे जानकारी
अमिताभ दास ने बिहार के राज्यपाल को पत्र लिखकर यह मांग की है कि आजादी की लड़ाई में कविराज राम लखन सिंह का क्या योगदान था, इसके बारे में राज्य सरकार से पूर्ण विवरण मांगा जाए। जिससे पूरी जानकारी सामने आ सके। बता दें बुधवार को बिहार कैबिनेट की मीटिंग में सीएम नीतीश कुमार के पिता कविवर राम लखन सिंह के स्वतंत्रता सेनानी करार देते हुए आगामी 17 जनवरी को उनकी प्रतिमा पर राजकीय समारोह आयोजित करने का फैसला लिया है। लेकिन अब यह विवादों में घिर गया है।