NEWS4NATION DESK : बीते गुरुवार 11 अप्रैल को लोकतंत्र के महापर्व की शुरुआत हुई। पहले चरण के चुनाव में इस बार आधी आबादी की बड़ी भागीदारी दिखीं। सुरक्षा से लेकर मतदान करने तक में महिलाओं की बड़ी भूमिका दिखने को मिली। एक ओर जहां बुथों पर महिला सुरक्षा में मुस्तैद दिखी, वहीं बड़ी संख्या में महिलाओँ ने लग्न और उत्साह के साथ अपने मत का प्रयोग। बूथों पर लंबी लाइन में घंटे भर खड़ा रहकर भारी संख्या में महिलाओं ने मतदान भी किया।
गया शहर के टिल्हा धर्मशाला, विष्णुपद मंदिर के पास स्थित संवास सदन समिति, अहिल्याबाई रेस्ट हाउस, अशोक अतिथि निवास, चांदचौरा मिडिल स्कूल। इन बूथों पर पुरुष जवानों के साथ महिला सुरक्षा बल भी तैनात नजर आईं। इस बार महिला जवानों के कंधे पर एके-47। अत्याधुनिक हथियारों से लैस महिला जवानों ने सुबह 7 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक पूरी मुस्तैदी सभी पर पैनी निगाह रखीं। इन लोगों ने महिला मतदाताओं को काफी सहयोग भी किया।
लोकतंत्र के महापर्व में गुरुवार की सुबह शहरी हो या ग्रामीण बूथ, सभी पर महिलाओं ने जमकर मतदान किया। सुबह, दोपहर लेकर शाम हर वक्त पुरुषों के बगल में लाइन लगाकर उत्साह के साथ वोट डाला। गुरुवार की सुबह टिल्हा धर्मशाला के अंदर सभी छह बूथों पर महिलाओं की कतार नजर आयी। अशोक अतिथि निवासी पर इसी तरह का नजारा दिखा। गया हाई स्कूल मतदान केंद्र पर भी महिलाओं की लंबी कतार नजर आईं।
वहीं पहली बार 21 सखी मतदान केंद्र पूरी तरह से महिलाओं के हवाले रहा। सुरक्षाकर्मी से लेकर मतदानकर्मी तक सभी महिलाएं रही। इसके अलावा शहर के अन्य बूथों पर पुरुषों के साथ-साथ कंधा-कंधा मिलाकर महिलाओं ने शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से मतदान कराया। महिला मतदानकर्मी में अधिकतर शिक्षिकाएं और रसोईयां थीं। इन महिलाओं ने पहली बार पुरुषों के साथ-साथ पुरी मुस्तैदी के साथ लोकतंत्र के महापर्व में अपनी महत्ती भूमिका निभाई।