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डीजीपी साहब....आर्मी जवान के अपहृत बेटे की लाश मिल गई...निकम्मे महकमे के सामने गुहार लगाते-लगाते थक गया था बॉर्डर का रखवाला

डीजीपी साहब....आर्मी जवान के अपहृत बेटे की लाश मिल गई...निकम्मे महकमे के सामने गुहार लगाते-लगाते थक गया था बॉर्डर का रखवाला

PATNA: डीजीपी साहब आपको भी पता है कि दुनिया का सबसे बड़ा दुख है एक बाप के कंधे पर बेटे की अर्थी निकलना।सेना के जवान को यही डर सता रहा था कि मेरे अपहृत बेटे की कहीं हत्या न हो जाए।आपके सामने आकर रोया,गिडगिडाया..आपने 24 घंटे का समय मांगा था लेकिन कुछ नहीं हुआ।आपकी निकम्मी पुलिस चादर तान कर सोई रही।आपके डीएसपी ने न्यूज4नेशन से बातचीत में कहा था कि यह घरेलू मामला है न कि अपहरण का।अपहृत बेटे का बाप जिला पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप बार-बार लगा रहा था।गुहार लगाते लगाते अपनी आवाज सुनाने के लिए बक्सर से चलकर पटना के न्यूज4नेशन कार्यालय तक भी आया था।

हमने अपने कर्तव्यों का निवर्हन किया ताकि देश के रक्षक का बेटा सकुशल घर आ जाए।हमने अपनी खबर से सोई पुलिस को जगाने का भरपूर प्रयास किया लेकिन कहा जाता है न..कि सोये हुए व्यक्ति को जगाया जा सकता है..सोने का नाटक कर रहे व्यक्ति को जगाना मुश्किल होता है।कर्तव्यहीनता की ऐसी परकाष्ठा पत्रकारिता के पूरे जीवन में देखने को नहीं मिली।एक बाप अपने अपहृत बेटे की रिहाई को लेकर हर दरवाजे पर विलाप करता रहा लेकिन किसी ने उसके दर्द को नहीं समझा।उसका डर सच में तब्दील हो गया।आज एक बाप का बेटा चला गया..एक मां की आंचल सूनी हो गई..एक दादा का प्यारा पोता चला गया।लेकिन भला निकम्मी और निष्ठुर पुलिस को भावनाओं से क्या मतलब।संवेदन हो चुकी पुलिस के कई उदाहरण सामने आये हैं लेकिन नतीजा ढ़ाक का तीन देखने को मिला।

बक्सर के रिटार्यड सेना जवान के अपहृत बेटे आकाश की लाश मिल चुकी है।आपकी पुलिस खानापूर्ति में भी जुट गई है।हो सकता है कि आपकी पुलिस वर्दी पर लगे दाग को धोने की कोशिश में एक-दो लोगों को गिरफ्तार भी कर ले।आप सुशासन का ताल ठोकते नजर आयें।लेकिन क्या आपकी इस लापरवाही से उस घर का चिराग वापस आ जाएगा? बेहद शर्मनाक रवैया है जरा सोचियेगा........

बता दें कि बक्सर के डुमरांव के टेक्सटाइल्स कॉलनी के आर्मी के पूर्व जवान गजेन्द्र तिवारी के बेटे आकाश का 7 अगस्त को हीं अपहरण कर लिया गया था।अपहरण करने के बाद अपराधी तीस लाख की फिरौती मांग रहे थे। 8 अगस्त को हीं अपहरणकर्ताओं ने बजाप्ता फोन कर 30 लाख रूपये देने को कहा था। जिसके बाद आर्मी के पूर्व जवान ने पुलिस में मामला दर्ज करवाया था। 

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