पटना/बेगूसराय : वतन वापसी की खुशी क्या होती है यह कोई सवेरा बेगम से पूछे ...चेहरे पर खुशी और आंखों में आंसू लिए 4 साल बाद वह अपने वतन बांग्लादेश पहुंच गई। अपने वतन में जैसे ही उसने कदम रखा उसके परिवार वाले उनका इंतजार कर रहे थे ।एक तरफ जहां उसके वतन लौटने की खुशी थी तो दूसरी तरफ इतने दिनों तक बिछड़ने का गम भी था ।सवेरा बेगम अपने परिवार वालों से लिपट कर इस तरह से रोने लगी जैसे खुशी के आंसू हो...
बताते चलें कि आज से 4 साल पहले सवेरा बेगम भारत आई और पटना पहुंच गई थी। जिसके बाद उसे मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में रखा गया था। मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में रह रही सवेरा बेगम अपने वतन वापसी का इंतजार कर रही थी तभी मुजफ्फरपुर शेल्टर होम प्रकरण शुरू हो गया जिसके बाद उसे 2018 में बेगूसराय शेल्टर होम में शिफ्ट कर दिया गया था। इसी बीच मानवाधिकार कार्यकर्ता विशाल रंजन दफ्तुआर व बेगूसराय पुलिस की मदद से उसे शनिवार को अपने वतन वापस भेज दिया गया।
बताते चलें कि मानवाधिकार कार्यकर्ता विशाल रंजन दफ्तुआर व बेगूसराय पुलिस के द्वारा कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद उसे वापस अपने वतन बांग्लादेश भेजा गया जहां उसकी बहन अपने परिजनों के साथ उसका बेसब्री से इंतजार कर रही थी। जैसे ही दोनों की नजर एक दूसरे पर परी सभी आपस में लिपट कर रोने लगे।