पटना विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले बिहार नेशनल कॉलेज पर 1 करोड़ 17 लाख बिजली बिल का बकाया होने के बाद कॉलेज की बिजली काट दी गई है। बताया जा रहा है कि कॉलेज के पास बिजली बिल चुकाने के लिए राशि नहीं है। 2 दिनों तक बिजली काटे जाने से कॉलेज में शिक्षकों सहित छात्रों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस कुव्यवस्था की वजह से 2 दिन तक पूरा क्लास अंधेरे में रहा।
3 लाख चुकता करने के बाद शाम में जोड़ा गया लाइन
एक करोड़ 17 लाख बिजली बिल बकाया होने के बाद बीएन कॉलेज की बिजली काट दी गई थी। लेकिन 3 लाख रूपए जमा करने के बाद पुनः लाइन जोड़ दिया गया है। मीडिया से बातचीत के दौरान कॉलेज के प्राचार्य डॉ राजकिशोर प्रसाद का कहना है कि कॉलेज का बिजली बिल जमा नहीं करने के कारण ही लाइन काट दी गई थी। वहीं उन्होंने बताया कि जो छात्र छात्रावास में रह रहे हैं उनलोगों की यूनिट अभी तक तय नहीं की गई है। लेकिन अब नियम में सुधार करने की आवश्यकता है। क्योंकि छात्र कितनी यूनिट बिजली उठा रहे हैं, यह पता कर उसके बाद राशि ली जाए तो अच्छा होगा। पहले की तरह ही अभी भी बिजली बिल के नाम पर छात्रों से 5 रु प्रति यूनिट वसूला जा रहा है. जिसका फायदा छात्र उठा रहे हैं।
कॉलेज के पास बिजली बिल चुकाने के लिए नहीं है राशि
गौरतलब है कि सिर्फ छात्रावास में 1 करोड़ का बिल बकाया पाया गया है। वहीं शिक्षकों का कहना है कि छात्रावास में छात्र हीटर पर खाना बनाते हैं और यही कारण है कि बिजली बिल की बकाया राशि 1 करोड़ हो गयी थी। जिसके कारण बिजली काट दी गई। लेकिन जो छात्र अवैध रूप से रह रहे हैं उन्हें हटाने की आवश्यकता है और इस पर नियंत्रण होना भी जरूरी है। इसमें विश्वविद्यालय को चाहिए कि अवैध तरीके से रह रहे छात्रों को हटाया जाए। इसके लिए विश्वविद्यालय को अपने स्तर से प्रयास करना चाहिए।
वंदना की रिपोर्ट