अग्रणी होम्स सहित कई प्राइवेट कंपनियों पर आर्थिक अपराध इकाई का चला हंटर, जब्त संपत्ति बेचकर निवेशकों के पैसे वापस लौटाने की तैयारी ईओयू

अग्रणी होम्स सहित कई  प्राइवेट कंपनियों पर आर्थिक अपराध इकाई

बिहार आर्थिक अपराध इकाई पुलिस ने अग्रणी होम्स के संपति जब्त कर निवेशकों के रुपए लौटाने के लिए BPID एक्ट 2002 के तहत कार्रवाई करेगी ,जिसमे डीएम के नेतृत्व में धारा 4 और 5 के तहत संपति जब्त और निवेशकों को लौटाने की प्रक्रिया होती है। एडीजी ने बताया कि अग्रणी होम्स के मालिक आलोक कुमार की गिरफ्तारी बीते दिनों वाराणसी से हुई है, इसपर ED ने करवाई करते हुए 119 अलग अलग बैंक अकाउंट को फ्रिज करवा दिया है बिहार के 20 जिलों में आलोक कुमार पर केस दर्ज हैं।

बिहार के अपर पुलिस महानिदेशक आर्थिक अपराध इकाई एडीजी नैयर हसनैन खान पुलिस मुख्यालय में नॉन बैंकिंग संबंधी मामलों में ठगी के बीते वर्ष 2011 से 2023 तक कुल 288 केस दर्ज बिहार में हुए है ,जिसमे 173 कांडों का अनुसंधान किया जा रहा है। वहीं 106 मामलो का अनुसंधान पूर्ण कर लिया गया है ,9 केस का फाइनल रिपोर्ट किया जा चुका है। आर्थिक अपराध इकाई एडीजी ने कहा कि ज्यादातर मामलों में नॉन बैंकिंग के मालिक के पते अन्य राज्यों के साथ साथ एड्रेस सही नहीं होते है जिससे कार्रवाई मे देर होती है। 

दरअसल एडीजी ने बताया कि नॉन बैंकिंग के आड़ में ठगी करने के मामलों में सबसे ज्यादा पटना, मुजफ्फरपुर ,दरभंगा और पूर्णिया है जहां ग्रामीण इलाकों में नॉन बैंकिंग में ज्यादा फायदा देने के नाम पर लोगो के गाढ़ी मेहनत की कमाई का रुपया लेकर फरार हो जाते है। ऐसे मामलो में देखा गया है कि नॉन बैंकिंग लाइसेंस जिन्हे आरबीआई से प्राप्त है, वो उनके गाइड लाइन पर चल सही कार्य करते हैं। वहीं ऐसे नॉन बैंकिंग कंपनी जो किसी तरह के गाइडलाइन को फॉलो न करते हुए ग्रामीण सुदूर इलाकों में लोगों को साक्षर नही होने का फायदा उठा उनके साथ ठगी कर करोड़ो का गबन कर फरार हो गए हैं ऐसे शिकायतों के मिलने पर पुलिस करवाई कर रही है। 

Nsmch

बिहार पुलिस अकादमी में पुलिसकर्मियों को आरबीआई के लोगो से ट्रेनिंग और जागरूकता के गुण सिख रहे है जिससे ऐसे मामलो में साझा करवाई करने में मदद मिलेगी।