बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

आजादी के 75 साल बाद भी विकास से कोसों दूर है यह गांव, बांस बल्ले की बनी पुल के सहारे होता है पूरे गांव का आवागमन

आजादी के 75 साल बाद भी विकास से कोसों दूर है यह गांव, बांस बल्ले की बनी पुल के सहारे होता है पूरे गांव का आवागमन

 KISHANGANJ : आजादी के सात दशक पूरे हो जाने के बावजूद भी विकास से कोसों दूर है। यहां गांव के लोगों का आवागमन बांस बल्ले के सहारे किया जाता है।  जहां विकास कोसों दूर तक नजर नही आता है और यहां विकास का क्या आलम होगा यह तो आप इस तस्वीर को देख कर लगा सकते हैं और यह दृश्य सरकार की गांव गांव तक विकास की दावें की हकीकत की पोल खोल रही है। 

यह पूरा मामला किशनगंज जिला के सुदूर प्रखंड टेढ़ागाछ अन्तर्गत सुहिया गांव का है जहां गौरिया धार पर पुल पुलिया नहीं बनने के कारण आम जन जीवन अस्तव्यस्त है। लोगों को अपनी रोजमर्रा की कामकाज के लिए आपने जान को हथेली पर लेकर बांस बल्ले के सहारे आना जाना पड़ता है। यहाँ के स्थानीय लोग बताते है कि लोग तो किसी तरह आना जाना कर ही लेते है लेकिन जब बीमारी, मौत, डिलवरी पेशेंट की बात आती है तो लोगों का दिमाग काम करना बंद कर देता है और भगवान भरोसे ऊपर वाले के भरोसे ही उसका जान बचने की उम्मीद रहती है।

सरकारी योजनाएं और विकास के दावें और जमीनी हकीकत?

जहां पंचायत में मनरेगा, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम), इंदिरा आवास योजना, संपूर्ण स्वच्छता अभियान, 14 वीं  15 वीं वित्तीय योजना के साथ अन्य योजनाओं पर पंचायत में करोड़ों की राशि खर्च करती है और दूसरी और पंचायत की गांव की ऐसी स्थिति की लोग श्रम दान कर और चंदा कर बांस बत्ती का पुल बनाकर आवाजाही करे यह पंचायत स्तर के काम काज पर सवाल खड़ा करती है?

वही स्थानीय लोगों का कहना है कि हम लोग वर्षो से सांसद विधायक को लिखित एंव मौखिक दे चुके है गांव की ऐसी स्थिति की जानकारी जिला प्रशासन को भी दिया जा चुका है लेकिन कोई सुनने का नाम ही नही ले रहे है और स्थिति समस्या परेशानी जस का तस बनी हुई है। 

इस मामले में स्थानीय युवक आलम और अफरोज बताते है कि इस गांव की स्थिति टापू जैसी हो गई है लेकिन पानी का धार इतना कम है कि नाव भी नहीं चल सकता। आवाजाही के लिए लोग परेशान हैं लेकिन कोई ध्यान नही देता है आंत में लोग आजिज आकर चंदा करते बॉस बल्ले का जैसे तैसे कर चचरी का निर्माण किए है और आवाजाही कर रहे है।



Suggested News