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'एक सीट भी जितना महागठबंधन के लिए होगी बड़ी उपलब्धि', चिराग पासवान ने तेजस्वी यादव को दिया करारा जवाब, कहा- लेवल प्लेइंग ही...

'एक सीट भी जितना महागठबंधन के लिए होगी बड़ी उपलब्धि', चिराग पासवान ने तेजस्वी यादव को दिया करारा जवाब, कहा- लेवल प्लेइंग ही...

PATNA: लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज है। पहले चरण का मतदान खत्म हो गया है। वहीं दूसरे चरण का चुनाव प्रचार जोरो शोरो से चल रहा है। वहीं एक ओर जहां एनडीए की ओर से बिहार में 40 की 40 सीट जीतने का दावा किया जा रहा है तो वहीं महागठबंधन का दावा है कि बिहार में एनडीए इस बार एक भी सीट नहीं जीतेगी। दरअसल, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि, अगर लेवल प्लेइंग हुई तो एनडीए की 100 सीट भी नहीं आएगी। वहीं अब तेजस्वी यादव के इस बयान पर लोजपा(रा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने पलटवार किया है। 

एक सीट भी जितना मुश्किल

चिराग पासवान ने कहा है कि, लेवल प्लेइंग ही चल रहा है। उन्होंने तेजस्वी यादव को चुनौती देते हुए कहा कि, ये और इनके घटक दल खाता भी खोल लेते हैं तो इनके लिए यहीं सबसे बड़ी उपलब्धि होगी। वहीं बीते दिन रांची में महागठबंधन की रैली में राजद और कांग्रेस के उम्मीदवारों में खुनी झड़प देखने को मिला। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। दरअसल, कल रांची में महागठबंधन की रैली थी इसी रैली में दो पार्टियों के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए थे। दोनों कार्यकर्ता एक दूसरे के ऊपर कुर्सियां फेंकी और एक कार्यकर्ता के सिर से खून निकलते भी दिखा गया। जिसको लेकर भी चिराग पासवान ने बड़ा बयान दिया है। 

प्रत्यक्ष रुप से सामने आई लड़ाई

उन्होंने कहा कि, कल की हुई घटना महागठबंधन में अप्रत्यक्ष रुप से चल रही झड़प, प्रत्यक्ष रुप से देखने को मिली है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन में लगातार झड़प होती रही है यह झड़प का सबसे खूबसूरत उदाहरण पहले चरण का चुनाव रहा है। पहले चरण के चुनाव में जिस तरीके से बीना घटक दलों से बात किए और चर्चा किए सीटों का बंटवारा कर लिया गया, सिंबल को बांट दिया गया यह अपने आप में दर्शाता है कि इस गठबंधन में काम से काम सब कुछ ठीक तो नहीं है।

महागठबंधन में नहीं है सहजता

उन्होंने कहा कि, जिस तरीके से पहले चरण में इंडिया अलायंस या महागठबंधन के बड़े नेता बिहार आना तक जरूरी नहीं समझते हैं। यह वो अप्रत्यक्ष लड़ाई है जो लंबे समय से चल रही है। तो कल की हुई घटना इसी बात को दर्शाती है। जो अप्रत्यक्ष रुप से लड़ाई चल रही है वो कल प्रत्यक्ष रुप से देखने को मिली है। महागठबंधन में वो सहजता नहीं है जो किसी गठबंधन में होता है।  

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