बड़ी मोबाइल कंपनी का एग्जीक्यूटिव मैनेजर पटना जंक्शन से दो दिन से लापता, परिवार ने कहा - हुआ अपहरण, मांगे इतने लाख रुपए

बड़ी मोबाइल कंपनी का  एग्जीक्यूटिव मैनेजर पटना जंक्शन से दो दिन से लापता, परिवार ने कहा - हुआ अपहरण, मांगे इतने लाख रुपए

PATNA : बिहार में बढ़ते अपराध का एक और उदाहरण सामने आया है। पटना जंक्शन से एक बड़ी मोबाइल कंपनी के  एग्जीक्यूटिव मैनेजर दो दिन से लापता हैं। वह कहां गए कुछ पता नहीं है। वहीं परिवार का कहना है उनका अपहरण कर लिया गया है। उनके मोबाइल से ही व्हाट्सएप मैसेज कर 2 दिनों में 25 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई है। रुपए भी किसी और के नहीं, बल्कि सौरभ सुमन के ही बैंक अकाउंट में भेजने को कहा गया है। परिवार को कहा गया है कि आपने ऐसा नहीं किया तो बेटे से हमेशा के लिए हाथ धो बैठने की धमकी उन्हें मिली है। इस मामले में सोमवार को पटना जंक्शन रेल थाना में FIR दर्ज किया गया है। एग्जीक्यूटीव मैनेजर का नाम सौरभ सुमन बताया गया है।

बांका  के निवासी, 3 मार्च को मीटिंग के लिए आए पटना

सौरभ सुमन मूल रूप से बांका जिले में अमरपुर थाना के तहत महादेवपुर के रहने वाले हैं। 2009 में उनकी शादी हुई है। एक बेटा और एक बेटी के वे पिता हैं। वर्तमान में परिवार के साथ वो भागलपुर के तातारपुर इलाके में रहते हैं। क्योंकि, सौरभ भागलपुर में ही नामी मोबाइल कंपनी के एग्जीक्यूटिव मैनेजर हैं। परिवार के अनुसार 3 मार्च काे भागलपुर से पटना के लिए चले थे। पटना पहुंचे भी। वो कंपनी की मीटिंग अटेंड करने के लिए आए थे। 

जंक्शन से पत्नी को किया वीडियो कॉल

रात में एग्जीविशन राेड के एक हाेटल में वो रुके थे। 4 मार्च काे मीटिंग अटेंड करने के बाद रात में ही ट्रेन से उन्हें वापस भागलपुर जाना था। इसके लिए वो पटना जंक्शन पहुंचे थे। रात में करीब 9:30 बजे उन्होंने स्टेशन से ही अपनी पत्नी को वीडियो कॉल किया था। उनसे बात की थी। अगली सुबह 5 मार्च को घर पहुंचने की बात सौरभ ने कही थी। पर वो अब तक नहीं पहुंचे। पत्नी से बात करने के बाद से ही उनका मोबाइल स्विच ऑफ है।

मां को आया फिरौती वाला मैसेज

सौरभ सुमन के छोटे भाई सुमितानंद CISF के जवान हैं और धनबाद में उनकी पोस्टिंग है। इनकी मां सरिता देवी टीचर हैं और भागलपुर में ही इनकी पोस्टिंग है। जब 5 मार्च को सौरभ अपने घर नहीं पहुंचे तो पूरा परिवार परेशान हो गया। परिवार ने अपने स्तर से खोजबीन शुरू ही की थी। 

तभी 5 मार्च की रात में 10.44 बजे सौरभ के ही मोबाइल नंबर से उनकी मां सरिता देवी को वाटसएप पर एक मैसेज आया। जिसमें लिखा था कि 'अगर बेटा चाहिए ताे 2 दिन में 25 लाख रुपया सौरभ सुमन के बैंक अकाउंट में ही भेज दाे, नहीं ताे बेटा से हाथ धाे बैठाेगी। 25 लाख भेजने के दाे दिन बाद बेटा मिल जाएगा। अगर काेई चालाकी की ताे बेटा नहीं मिलेगा। यह खबर किसी काे नहीं बताना है।

अगर कहीं यह खबर लीक हुई ताे समझ जाना क्या हाेगा? शरीर का सारा अंग निकाल के बेच देंगे ताे इससे ज्यादा पैसा मिल जाएगा। अब तक इसके शरीर का सभी अंग निकालकर बेच देते पर उसकाे हाेश आ गया। बाकी तुम्हारे हाथ में है। बेटा या पैसा। तुम्हारे हाथ में 2 दिन ही है। दाे दिन के बाद कहानी खत्म'। इस मैसेज पर मां ने वाटसएप जवाब दिया कि 'हमकाे कैसे पता कि मेरा बेटा आपके पास है। हमकाे एक बार मेरे बेटे से बात करवाइए। पैसे का इंतजाम हम कर देंगे'।

रेल IG के निर्देश पर दर्ज हुई FIR

सुमन की तलाश में परिवार भागलपुर से पटना पहुंचा। 6 मार्च काे दिनभर पटना जंक्शन रेल थाना में केस दर्ज कराने के लिए परिवार ने चक्कर लगाए। लेकिन, उस वक्त रेल पुलिस ने उनकी नहीं सुनी। केस दर्ज नहीं किया। तब सौरभ के रिश्तेदार रवि रंजन पुलिस मुख्यालय गए। वहां वो रेल IG राजेश त्रिपाठी से मिले।

उन्हें सारी बाताें की जानकारी दी। इसके बाद रेल IG ने पटना जंक्शन रेल थाना के थानेदार रंजीत कुमार काे FIR दर्ज करने का आदेश दिया। इस मामले पर प्रभारी रेल SP पीके मंडल ने कहा कि FIR दर्ज कर ली गई है। मामला रुपयों के लेनदेन का होने की संभावना है। रेल पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी है।

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